रुद्रप्रयाग। केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में एक महिला के नोट उड़ाने का वीडियो चर्चा का विषय बन गया है। श्री केदारनाथ धाम के गर्भगृह में एक महिला द्वारा रुपए बरसाए जाने संबंधी वीडियो वायरल होने से बखेड़ा शुरू हो गया है।वीडियो में सफेद लिबास व गले में रुद्राक्ष की माला डाले एक महिला श्रद्धालु नोटों की बारिश कर रही है।
बद्री-केदार मंदिर कमेटी ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। हालांकि मंदिर के गर्भगृह में मोबाइल ले जाना वर्जित है। ऐसे में मंदिर के प्रोटोकॉल, नियमों व सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए कैसे महिला श्रद्धालु खुलेआम नोट बरसा गई। यह भी जांच का विषय बना हुआ है।
वायरल हुए वीडियो में साफ दिख रहा है कि कई नोट शिवलिंग पर भी गिरे पड़े हैं। इससे आम श्रद्धालु काफी आहत नजर आ रहा है।इससे केदारनाथ मंदिर की गोपनीयता पर भी सवाल खड़ा हो गया है। वायरल हुए वीडियो में एक ओर मंदिर के गर्भगृह में जाकर महिला नोट उड़ा रही है। दूसरी ओर पुजारी पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
गर्भगृह में महिला द्वारा नोटों की बरसात को हिंदू भावनाओं के साथ छेड़छाड़ बताने वाले इससे भारी नाराज हैं। मामले के तूल पकड़ने के बाद अब केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से मंदिर समिति के कार्याधिकारी रुद्रप्रयाग पुलिस को तहरीर दी गई है।
तहरीर में कहा गया है कि 18 जून को एक महिला द्वारा बाबा केदारनाथ के शिवलिंग पर नोट उड़ाए गए और वीडियो वायरल की गई, जिससे न सिर्फ हिंदू संस्कृति को ठेस पहुंची है, बल्कि भक्तों तथा समाज को एक नकारात्मक संदेश भी जा रहा है। जिसके बाद कोतवाली सोनप्रयाग मामला दर्ज करने की प्रक्रिया गतिमान बताई जा रही है।
दूसरी तरफ वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कड़ी नाराजगी जताई। बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अनुसार रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक से भी इसको लेकर कार्रवाई करने को कहा है।
श्री केदारनाथ धाम के गर्भगृह में एक महिला द्वारा रुपए बरसाए जाने संबंधी वीडियो का संज्ञान लेते हुए श्री बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने इस संबंध में अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया है और प्रकरण में तत्काल सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक से बात करके दोषियों के विरुद्ध अविलंब कार्रवाई करने को कहा। मंदिर समिति के मुख्य कार्य अधिकारी योगेंद्र सिंह ने भी मामले की जांच करने की बात कही है, साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद मंदिर के अंदर मोबाइल के प्रवेश पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने पर भी विचार किया जा रहा है।