खानदेशपुत्र संगीतकार और उपायुक्त संजय महाले को मुंबई गौरव सम्मान
दादासाहेब फाल्के मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित, काम करते हुए संगीत की कला को निखारा
अमलनेर। बृहन्मुंबई नगर निगम के मूल निवासी और उपायुक्त उल्हास संजय महाले ने सरकारी सेवा करते हुए संगीत को एक शौक के रूप में लिया और इस विषय में रुचि पैदा की। महाले को बीस वर्षों से अधिक समय तक संगीत के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए दादासाहेब फाल्के मेमोरियल फाउंडेशन द्वारा सम्मानित किया गया।
दादासाहेब फाल्के मेमोरियल फाउंडेशन के उपाध्यक्ष और मुंबई के प्रभादेवी में रवींद्र नाट्य मंदिर में फिल्म महर्षि दादासाहेब फाल्के के पोते उपायुक्त उल्हास (संजय) महाले को चंद्रशेखर पुसालकर और उनकी पोती मृदुला पुसालकर द्वारा प्रमाण पत्र, तैलचित्र, शाल, श्रीपाल, पुष्प गुच्छ भेंट करके सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर प्रसिद्ध संगीतकार एवं गायक डॉ. सलिल कुलकर्णी विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों और बृहन्मुंबई नगर पालिका के साथ अधिकारी मौजूद रहे।
चंद्रशेखर पुसालकर ने अभिनंदन समारोह के मौके पर कहा कि यद्यपि महाले ने नगर निगम में सेवा की थी, संगीत के क्षेत्र में उनकी रुचि, शौक न केवल संरक्षित बल्कि विकसित था। महाले ने बीस वर्षों से अधिक समय तक विभिन्न भूमिकाओं में संगीत के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया है। संगीत तथा साहित्य के क्षेत्र में श्री. महाले की पढ़ाई बहुत गहरी है। बृहन्मुंबई नगर निगम जैसे बहुत बड़े संगठन में सेवा करते हुए संगीत के क्षेत्र में भी उन्होंने बराबर का योगदान दिया है। पुसालकर ने कहा कि ऐसे उदाहरण बहुत कम मिलते हैं।
जितना संभव हो नगर निगम के माध्यम से कर्तव्यों का पालन करते हुए दूसरी बार पुरस्कार पाने का सौभाग्य संगीत के लिए एक जुनून को गले लगाना, तनाव से राहत देने वाले संगीत को एक व्यापक मंच पर लाना और उसके आधार पर क्षेत्र में दूसरों को अधिक से अधिक अवसर देना बड़ी बात है।
उन्होंने अभिनय के साथ निर्देशक, पटकथा आदि की भूमिका भी निभाई। अब तक सौ से अधिक ग़ज़लें और कविताएं भी लिख चुके हैं। परिवार के समर्थन, संगीत के कारण फिल्म इंडस्ट्री में कई बड़ी और छोटी हस्तियों के साथ काम करना संभव हुआ। इससे पहले शॉर्ट फिल्म अरसा को दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड मिल चुका है।
आज फिर फिल्म 'महर्षि दादा साहेब फाल्के' के नाम से दूसरी बार पुरस्कार पाने का सौभाग्य मिला है। पुरस्कार स्वीकार करते हुए उपायुक्त खुशी से झूम उठे (संजय) महाले ने ये बात कहीं।
इस अवसर पर डॉ. सलिल कुलकर्णी, जयदीप बागवाड़कर, केतकी भावे-जोशी ने एक-एक कर मधुर गीत प्रस्तुत किया। इसे सुनकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। प्रसिद्ध मराठी अभिनेत्री, गायिका गौतमी देशपांडे ने संचालन किया। उपायुक्त संजय महाले की 12वीं तक शिक्षा अमलनेर में हुआ। वे श्री मंगल ग्रह सेवा संस्थान के छोटे भाई और वरिष्ठ पत्रकार दिगंबर महाले हैं।