मुंबई। शिवसेना नेता संजय राउत शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए। राउत सुबह करीब 11.30 बजे दक्षिण मुंबई में बलार्ड एस्टेट में स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे।
केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी और बड़ी संख्या में शिवसेना के कार्यकर्ता वहां मौजूद थे। ईडी कार्यालय तक जाने वाली सड़कों पर अवरोधक लगाए गए थे। शिवसेना सांसद के ईडी कार्यालय में पहुंचने पर उन्हें गले में भगवा मफलर पहने हुए देखा गया और उन्होंने अपने वकील के साथ कार्यालय में प्रवेश करने से पहले हाथ हिलाकर अपने समर्थकों का अभिवादन किया।
अंदर जाने से पहले पत्रकारों से बातचीत में राउत ने कहा कि मैं जांच में एजेंसी के साथ सहयोग करूंगा। उसने मुझे समन भेजा था, वे मुझसे कुछ सूचना चाहते हैं और संसद सदस्य, जिम्मेदार नागरिक एवं एक राजनीतिक दल का नेता होने के नाते मेरा यह कर्तव्य है कि मैं उनके साथ सहयोग करूं।
उन्होंने कहा कि वे निर्भीक और निडर हैं, क्योंकि उन्होंने जीवन में कुछ भी गलत नहीं किया है। यह पूछे जाने पर कि क्या यह राजनीति से प्रेरित मामला है? इस पर राउत ने कहा कि हमें बाद में यह पता चलेगा। मुझे लगता है मैं ऐसी एजेंसी के समक्ष पेश हो रहा हूं, जो निष्पक्ष है और मेरा उन पर पूरा भरोसा है।
इससे पहले शिवसेना नेता ने ट्वीट किया था कि मैं आज अपराह्न 12 बजे ईडी के समक्ष पेश होऊंगा। मुझे जारी किए गए समन का मैं सम्मान करता हूं और जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करना मेरा कर्तव्य है। मैं शिवसेना कार्यकर्ताओं से ईडी कार्यालय में एकत्रित नहीं होने की अपील करता हूं। चिंता मत करिए। ईडी ने मुंबई की एक चॉल के पुन: विकास और राउत की पत्नी तथा दोस्तों से संबंधित वित्तीय लेनदेन से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए राज्यसभा सदस्य को समन भेजा था।
एजेंसी ने राउत को 28 जून को समन भेजा था। हालांकि राउत ने ईडी के समन को उन्हें पार्टी के विधायकों की बगावत के मद्देनजर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों से लड़ने से रोकने की साजिश बताया था और कहा था कि वे मंगलवार को एजेंसी के समक्ष पेश नहीं हो पाएंगे, क्योंकि उन्हें अलीबाग में एक बैठक में भाग लेना है। इसके बाद ईडी ने नया समन जारी करते हुए उन्हें शुक्रवार को उसके समक्ष पेश होने के लिए कहा था।(भाषा)