कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर जनपद में कल्याणपुर इलाके में शोहदों की छेड़छाड़ से परेशान बीसीए में पढ़ने वाली छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा के आत्महत्या करने के पीछे साथ में पढ़ने वाले दो छात्रों पर आरोप है कि वह उससे आए दिन छेड़छाड़ करते थे।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए कार्यवाही शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार, कल्याणपुर के आदर्शनगर में रहने वाले दिनेश दंत चिकित्सक हैं। परिवार में पत्नी गीता व दो बेटियां सोनल व ऐश्वर्या उर्फ मोनल हैं। छोटी बेटी छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में बीसीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी।
सोमवार को छात्रा दोपहर को घर में मां से पढ़ाई करने की बात कहकर दूसरी मंजिल पर बने कमरे में चली गई। कुछ देर बाद जब मां उसे खाना देने कमरे में गई तो दरवाजा बंद था। जैसे ही मां ने खिड़की से कमरे के अंदर झांककर देखा तो बेटी का शव पंखे से दुपट्टे के सहारे लटकता देख उसके होश उड़ गए।
घटना की जानकारी पर पुलिस उपाधीक्षक कल्याणपुर राजेश पांडेय थाना पुलिस के साथ पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव नीचे उतारा और फोरेंसिक टीम के साथ जांच-पड़ताल की। पुलिस ने परिजनों से भी पूछताछ की। परिजनों के मुताबिक, बेटी को क्लास में पढ़ने वाले छात्र अनिकेत पांडेय और अनिकेत दीक्षित छेड़छाड़ व परेशान करते थे।
बीते माह 12 मार्च को उसने थाने में छात्रों के खिलाफ तहरीर दी थी। आरोप है कि इस मामले में बेटी पर पुलिस ने दबाव बनाते हुए कार्यवाही न करने की नसीहत देते हुए समझौता करा दिया था। इसके बाद से वह लगातार तनाव में रहती थी। इसी के चलते ही उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की है।
सीओ ने बताया कि घटना के पीछे छेड़छाड़ का मामला प्रकाश में आ रहा है। परिजनों ने रावतपुर चौकी पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच की जा रही है, लेकिन उच्च अधिकारियों के आदेश पर कल्याणपुर इंस्पेक्टर समीर कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है और चौकी इंचार्ज अजय मिश्रा को सस्पेंड किया गया है। फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए कार्यवाही की जा रही है।
दरोगा के साथ मारपीट कर वर्दी फाड़ी : घटना की जानकारी पर रावतपुर चौकी से दरोगा के साथ सिपाही मृतका के घर पहुंचे। जहां बेटी के आत्महत्या से गुस्साए परिजनों ने दरोगा इस मामले में कार्यवाही न करने व उससे आहत बेटी द्वारा ऐसा कदम उठाने का दोषी मानते हुए धक्का-मुक्की कर दी।
यही नहीं मामला बड़ा तो परिजनों ने दरोगा के साथ मारपीट व वर्दी तक फाड़ दी। परिजनों व रिश्तेदारों को गुस्सा होते देख दरोगा मौके से भाग निकला। परिजनों का आरोप है कि बेटी की तहरीर पर दरोगा अजय मिश्रा ने दबाव बनाते हुए समझौता करा दिया था, जिसके चलते वह परेशान थी और आज उसने आत्महत्या कर ली।