देहरादून। उत्तराखंड राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SDRF) के एक हेड कांस्टेबल ने हरिद्वार के कांगड़ा घाट में गंगा नदी में डूब रहे हरियाणा के एक कावड़िए को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। एसडीआरएफ से मिली जानकारी के अनुसार कावड़ यात्रा पर आया फरीदाबाद के पीरबाबा मोहल्ले का रहने वाला मोनू सिंह (21) मंगलवार को कांगड़ा घाट पर स्नान करने के दौरान अचानक गंगा नदी (Ganga river) के तेज बहाव की चपेट में आकर बहने लगा।
एसडीआरएफ कर्मी आशिक अली ने जैसे ही सिंह को बहते देखा, उन्होंने बिना समय गंवाए गंगा नदी में छलांग लगा दी और कावड़िए को सुरक्षित किनारे तक पहुंचाया। इस साहसी कार्य के लिए अली को पुलिस और लोगों से काफी सराहना मिल रही है। हर वर्ष सावन के महीने में उत्तरप्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा जैसे कई राज्यों से शिवभक्त कावड़ लेकर गंगा जल भरने के लिए हरिद्वार और ऋषिकेश पहुंचते हैं।
कावड़ यात्रा सोमवार को शुरू हुई है और इस दौरान गंगाजल भरने के लिए आ रहे शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए संवेदनशील घाटों पर एसडीआरएफ को तैनात किया गया है। इससे पहले सोमवार को भी एसडीआरएफ ने हरिद्वार में 2 कावड़ियों को डूबने से बचाया था।
एक घटना में कांगड़ा घाट में गंगा जल लेने के दौरान एक कावड़िया अनियंत्रित होकर गंगा नदी के तेज बहाव में बहने लगा। कावड़िए की पहचान हरियाणा के रोहतक के रहने वाले पवन कुमार (29) के रूप में हुई। एक अन्य घटना में एसडीआरएफ ने बैरागी कैंप में नदी में बह रहे एक कावड़िए को सुरक्षित बाहर निकाला। कावड़िए की पहचान 45 वर्षीय गिरीश कुमार के रूप में की गई।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta