नई दिल्ली/मुंबई। मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह के 100 करोड़ वसूली के आरोपों के बाद संकट में फंसे महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख की कुर्सी लगता है कि बच जाएगी। दरअसल, देशमुख के बचाव में उनकी पार्टी के मुखिया और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार उतर आए हैं।
दिल्ली में मीडिया को संबोधित करते हुए शरद पवार ने अनिल देशमुख के इस्तीफे को सिरे से खारिज करते हुए कहा गृहमंत्री देशमुख के इस्तीफे की मांग का कोई आधार नहीं है। भाजपा लगातार देशमुख के इस्तीफे की मांग कर रही है।
पवार ने कहा कि कोरोना कोरोना संक्रमित होने से पहले देशमुख अस्पताल में भर्ती थे। फरवरी में वे अस्पताल में भर्ती थे, जबकि 16 से 26 फरवरी तक देशमुख क्वारंटाइन थे। राकांपा नेता ने कहा कि ऐसे में यह कहना कि मुंबई पुलिस के इंस्पेक्टर सचिन वाजे फरवरी में देशमुख से मिले थे, पूरी तरह गलत है।
उन्होंने कहा कि पहले लगा था कि देशमुख पर लगाए गए आरोप गंभीर हैं। यह सब कुछ जांच को भटनाके के लिए किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि गृहमंत्री अनिल देशमुख ने इंस्पेक्टर सचिन वाजे को पब, बार और रेस्टोरेंट से 100 रुपए हर महीने वसूली का टारगेट दिया था।