तिरुवनंतपुरम। कांग्रेस सांसद और पूर्व केन्द्रीय मंत्री शशि थरूर ने केरल में पिछले वर्ष आई विनाशकारी बाढ़ के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों में अनेक लोगों की जान बचाने वाले केरल के मछुआरों को नोबेल शांति पुरस्कार दिए जाने की सिफारिश की है।
थरूर ने नार्वे की नोबेल समिति के अध्यक्ष को लिखे एक पत्र में कहा है जिस समय वह त्रासदी अपनी चरम सीमा पर थी उस समय राज्य के अनेक मछुआरों के संगठनों से जुड़े लोगों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए राहत तथा बचाव कार्यों में हिस्सा लेकर अनेक स्थानीय लोगों को बचाया।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि इन मछुआरों ने अपनी नौकाओं को बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में ले जाकर अपने अनुभवों और स्थानीय दशाओं के आधार पर अनेक स्थानीय लोगों को बचाया और उनकी मेहनत से सैकड़ों लोगों को जीवनदान मिला।
थरूर ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में मछुआरे आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े तबकों का प्रतिनिधित्व करते हैं और केरल के मछुआरे भी इसी हाल में रह रहे हैं। थरूर ने कहा कि केरल के मछुआरों के उस साहस की सभी को सराहना करनी चाहिए, क्योंकि उन्हीं की बदौलत अनेक लोगों को जीवनदान मिला है।