कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फिलहाल तो राहत मिल गई है। दरअसल, नाराज चल रहीं सांसद शताब्दी रॉय के सुरों में थोड़ी नरमी आ गई है। उन्होंने कहा कि वे दिल्ली नहीं जा रही है। ऐसा लग रहा है कि उनकी नाराजगी दूर हो गई है।
इससे पहले अटकलें थीं कि वे शनिवार को दिल्ली जा रही हैं साथ ही दोपहर 2 बजे कुछ ऐलान भी करने जा रही थीं। इस बीच, शताब्दी की अभिषेक बनर्जी से मुलाकात हुई। मुलाकात के बाद रॉय ने कहा कि मैं शनिवार को दिल्ली नहीं जा रही हूं।
उन्होंने कहा कि मैं तृणमूल कांग्रेस के साथ थी और भविष्य में भी टीएमसी के साथ ही रहूंगी। रॉय ने कहा कि बनर्जी के साथ मुलाकात में उन्होंने कई मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि बातचीत के बाद मैं संतुष्ट हूं। मैं चाहती थी, वैसी ही बातें हुई हैं।
बीरभूम से तीन बार की सांसद रॉय ने इससे पहले कहा था कि यदि वह कोई फैसला करती हैं तो शनिवार अपराह्न दो बजे लोगों को उसके बारे में बताएंगी। उनकी इस पोस्ट से टीएमसी में हलचल मच गई। पार्टी सूत्रों के अनुसार रॉय के बीरभूम जिला टीएमसी प्रमुख अनुव्रत मंडल से मतभेद हैं।
रॉय ने अपने फैंस क्लब पेज पर फेसबुक पोस्ट में लिखा कि इस संसदीय क्षेत्र से मेरा निकट संबंध है। लेकिन हाल में कई लोग मुझसे पूछ चुके हैं कि मैं पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों से नदारद क्यों हूं। मैं उनको बताना चाहती हूं कि मैं सभी कार्यक्रमों में शरीक होना चाहती हूं, लेकिन मुझे मेरे संसदीय क्षेत्र में आयोजित पार्टी कार्यक्रमों की जानकारी नहीं दी जा रही, तो मैं कैसे शरीक हो सकती हूं। इसके चलते मुझे मानसिक पीड़ा पहुंची है।
शताब्दी रॉय ने कहा कि उन्होंने पिछले 10 वर्षों के दौरान अपने परिवार से अधिक समय अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों के साथ बिताया है और इससे उनके शत्रु भी इंकार नहीं कर सकते।