समाजवादी पार्टी के अंदर खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने आखिरकार बुधवार को नए मोर्चे का गठन कर ही लिया।
उन्होंने बताया कि नए मोर्चे का नाम होगा समाजवादी सेक्युलर मोर्चा। शिवपाल यादव ने कहा की समाजवादी पार्टी में नेताजी का सम्मान न होने से आहत हूं। इसी तरह कई नेता ऐसे हैं, जिनको पार्टी में उपेक्षित रखा गया है। यादव ने कहा कि उन्हें भी किसी मीटिंग में नहीं बुलाया जाता। सपा में मुलायमसिंह की भी उपेक्षा हो रही है।
शिवपाल ने कहा कि सेक्युलर मोर्चे के तहत सपा में उपेक्षित नेताओं और अन्य छोटे दलों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने साफ किया कि वे समाजवादी पार्टी को नहीं छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ समाजवादी सेक्युलर मोर्चे का गठन किया है।
उन्होंने कहा कि जिस किसी का भी समाजवादी पार्टी में सम्मान नहीं हो रहा उन्हें हमारे साथ आना चाहिए। हम अपने साथ छोटी पार्टियों को भी जोड़ेंगे। यादव ने कहा कि भाजपा में जाने की बात अफवाह है। वे कही नहीं जा रहे हैं।
गौरतलब है कि मंगलवार को सपा संस्थापक मुलायमसिंह यादव और उनके छोटे भाई शिवपाल के बीच काफी देर बातचीत हुई थी। बताया जा रहा है कि संभवत: दोनों के बीच सेक्युलर मोर्चे को लेकर भी चर्चा हुई है।
इससे पहले लोहिया ट्रस्ट की बैठक में सोमवार को ही मुलायम-शिवपाल ने ट्रस्ट के कार्यों की समीक्षा और आगामी लोकसभा चुनाव पर चर्चा की थी। मुलायम ने भी हाल ही में पीड़ा जताई थी कि उनका सम्मान नहीं हो रहा है। शायद मरने के बाद ही उन्हें सम्मान मिले।