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UP Encounter : मुठभेड़ में मारे गए आरोपी अनुज के पिता बोले- अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हुई, ठाकुर का भी एनकाउंटर हो गया

हमें फॉलो करें UP Encounter : मुठभेड़ में मारे गए आरोपी अनुज के पिता बोले- अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हुई, ठाकुर का भी एनकाउंटर हो गया

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

अमेठी (उप्र) , सोमवार, 23 सितम्बर 2024 (16:09 IST)
Statement of the father of accused Anuj Pratap Singh killed in the encounter : उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (STF) के साथ उन्नाव में हुई मुठभेड़ में मारे गए आरोपी अनुज प्रताप सिंह के पिता धर्मराज सिंह ने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई और ठाकुर का भी एनकाउंटर हो गया।
 
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सुल्‍तानपुर में पिछले माह एक सर्राफा कारोबारी की दुकान में हुई डकैती के मामले का एक और आरोपी अमेठी जिले के मोहनगंज थाना क्षेत्र के जनापुर निवासी अनुज प्रताप सिंह सोमवार को उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के साथ उन्नाव में हुई मुठभेड़ में मारा गया।
 
इस मुठभेड़ के कुछ घंटों बाद ही आरोपी अनुज के पिता धर्मराज सिंह ने कहा, सपा मुखिया अखिलेश यादव की इच्छापूर्ति हो गई, ठाकुर का भी ‘एनकाउंटर’ हो गया। उन्होंने कहा, मुझे अब तक (मुठभेड़ की) कोई जानकारी नहीं दी गई है। मीडिया के माध्यम से जो जानकारी हुई है, वही पता है।
सिंह ने कहा, अब अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हुई, मेरा बेटा राजनीति का शिकार हुआ! मेरे बेटे पर सिर्फ एक-दो मुकदमे अभी तक दर्ज थे और सुल्‍तानपुर लूट मामले में नाम आया था, लेकिन जिसके ऊपर 30 मामले हैं, उनका कुछ नहीं हो रहा है! पिता ने कहा कि जिस पर एक-दो मामले हैं उसका ‘एनकाउंटर’ किया जा रहा है। उन्होंने कहा, यह सरकार है, कुछ भी कर सकती है।
 
इससे पहले, सुल्‍तानपुर डकैती के मामले में ही एक आरोपी जौनपुर जिले का निवासी मंगेश यादव पांच सितंबर को एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। मंगेश की मुठभेड़ में मौत के बाद सपा और कांग्रेस ने उप्र की भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया था। अखिलेश ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जाति (क्षत्रिय) की ओर इशारा करते हुए कई गंभीर आरोप लगाए थे।
अखिलेश ने पांच सितंबर को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, लगता है कि सुल्‍तानपुर की डकैती में शामिल लोगों का सत्ता पक्ष से गहरा नाता था। इसीलिए तो नकली मुठभेड़ से पहले मुख्य आरोपी से संपर्क साधकर आत्मसमर्पण करा दिया गया और अन्य सपक्षीय लोगों के पैरों में सिर्फ दिखावटी गोली मारी गई और ‘जात’ देखकर जान ली गई।
 
उन्होंने लिखा था, जब मुख्य आरोपी ने आत्मसमर्पण कर दिया तो लूट का सारा माल भी पूरा वापस होना चाहिए और सरकार को मुआवजा अलग से देना चाहिए। नकली मुठभेड़ रक्षक को भक्षक बना देती है। समाधान नकली मुठभेड़ नहीं, असली कानून व्यवस्था है। बाद में अखिलेश ने एसटीएफ को एक नई परिभाषा देते हुए ‘स्पेशल ठाकुर फोर्स’ करार दिया था।
मामले को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सात सितंबर को ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में आरोप लगाया था, भाजपा शासित राज्यों में ‘कानून और संविधान’ की धज्जियां वही उड़ा रहे हैं, जिन पर उनका पालन कराने की जिम्मेदारी है। सुल्‍तानपुर में मंगेश यादव की मुठभेड़ में मौत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा कानून के शासन में विश्वास ही नहीं करती। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय मंगेश यादव के घर भी गए थे और उन्होंने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से मामले की जांच कराने की मांग की थी। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour 

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