नई दिल्ली। राज्यसभा में बुधवार को सदस्यों ने तमिलनाडु में 'वरदा' तूफान से हुए नुकसान का मुद्दा उठाया और केन्द्र सरकार से पर्याप्त आर्थिक सहायता उपलब्ध करने की मांग की।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा और द्रमुक के तिरुचि शिवा ने शून्यकाल के दौरान सदन में वरदा तूफान से तमिलनाडु में हुए नुकसान का मुद्दा उठाते हुए कहा कि इसके कारण राज्य में 24 लोगों की मौत हुई है तथा संचार और बिजली लाइनों को भारी नुकसान हुआ है।
उन्होंने कहा कि राज्य में स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि दूध दो सौ रुपए प्रति लीटर तक बिक रहा है। राज्य में दस हजार करोड़ रुपए की संपत्ति के नुकसान का अनुमान है, जिसके आकलन के लिए वहां केन्द्रीय टीम भेजी जानी चाहिए।
कांग्रेस के पी. चिदंबरम ने राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) और सेना की टुकड़ियों को समय से पूर्व तमिलनाडु में तैनात करने के लिए सरकार की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री को आपस में बातचीत कर तमिलनाडु को एक पैकेज देना चाहिए। राज्य में बैंकिंग और एटीएम व्यवस्था को दुरुस्त किया जाना चाहिए, ताकि लोग आसानी से अपना पैसा निकाल सकें।
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि तमिलनाडु को आर्थिक सहायता दिए जाने के लिए जो भी आवश्यक कदम उठाना होगा, उठाया जाएगा और सरकार के स्तर पर जहां कहीं भी बातचीत की जरूरत है, की जाएगी। उन्होंने कहा कि वरदा तूफान की गंभीरता को देखते हुए केन्द्र सरकार ने अनेक ऐहतियाती कदम उठाए थे। (वार्ता)