सुंजवां (जम्मू)। संदिग्ध जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों द्वारा सेना के एक शिविर पर किए गए हमले के एक दिन बाद सेना ने सोमवार को रात क्लीनिंग ऑपरेशन शुरू करते हुए सुंजवां सैन्य शिविर के खाली रिहाइशी क्वार्टरों पर मोर्टार के गोले दागे जिससे वहां आग लग गई।
इससे पहले सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि सेना को अपने 3 कर्मियों और एक आम नागरिक का शव मिला जिसके साथ हमले में मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 6 हो गई। सेना ने 3 आतंकियों को मार गिराया। उन्होंने इस अभियान पर कहा कि उस ओर से गोलियां नहीं चलीं। जम्मू में सेना के प्रवक्ता ने कहा कि सेना ने क्लीनिंग ऑपरेशन के तहत गोलीबारी-गोलाबारी शुरू की। उस ओर से गोलियां नहीं चलीं।
सेना के एक अधिकारी ने कहा कि नए सिरे से गोलीबारी की गई और सेना द्वारा खाली किए गए क्वार्टरों पर मोर्टार के गोले दागे गए। इससे क्वार्टरों में आग लग गई। प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर लाइट इंफैंट्री के 36 ब्रिगेड के शिविर पर रविवार को हुए आतंकियों के हमले में 2 जूनियर कमीशंड अधिकारियों (जेसीओ) सहित 5 सैन्यकर्मी और 1 सैनिक के पिता की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि भारी हथियारों से लैस 3 आतंकियों को मार गिराया गया है। जहां 2 को रविवार को मार गिराया गया, तीसरे आतंकी का शव सोमवार को पाया गया। लेफ्टिनेंट कर्नल आनंद ने बताया कि उनके पास से एके-56 राइफल, अंडर बैरेल ग्रेनेड लांचर, गोला-बारूद और ग्रेनेड जब्त किए गए। इससे पहले दिन में जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) एसपी वैद ने कहा था कि सुरक्षा बलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया है।
दिल्ली में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने विश्वास जताया कि आतंकियों के खिलाफ अभियान सफलतापूर्वक पूरा होगा और मुझे लगता है कि जब अभियान जारी है तब मेरे लिए टिप्पणी करना सही नहीं होगा। मुझे यकीन है कि अभियान में लगे हमारे जवान इसे सफलतापूर्वक पूरा करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी हमले की निंदा की। प्रवक्ता ने बताया कि हमले में 6 महिलाओं और बच्चों सहित 10 लोग जख्मी हो गए। घायलों में सेना के अधिकारी मेजर अविजीत सिंह भी शामिल हैं।
मृतक सैन्यकर्मियों की पहचान सूबेदार मदन लाल चौधरी, सूबेदार मोहम्मद अशरफ मीर, हवलदार हबीबुल्ला कुरैशी, नायक मंजूर अहमद और लांसनायक मोहम्मद इकबाल के रूप में हुई है। इसके अलावा लांसनायक मोहम्मद इकबाल के पिता भी मारे गए।
इसी बीच पाकिस्तान ने हमले में खुद के शामिल होने के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि भारतीय मीडिया और अधिकारी जांच शुरू होने से पहले ही गैरजिम्मेदाराना बयान देने लगते हैं। पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने भारत पर पाकिस्तान के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान चलाने तथा जान-बूझकर युद्धोन्माद भड़काने का भी आरोप लगाया।
प्रवक्ता ने कहा कि यह एक स्थापित चलन है कि किसी घटना की जांच शुरू होने से पहले ही भारतीय अधिकारी गैरजिम्मेदाराना बयान देना और आधारहीन आरोप लगाना शुरू कर देते हैं। (भाषा)