नागपुर (महाराष्ट्र)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेता धनंजय मुंडे द्वारा महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से होने का सुझाव दिए जाने के कुछ दिनों बाद राकांपा सांसद सुप्रिया सुले ने सोमवार को कहा कि हर नेता चाहता है कि मुख्यमंत्री उसकी पार्टी से हो और इसमें कुछ भी नया नहीं है।
शरद पवार नीत राकांपा, महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे नीत सत्तारूढ़ गठबंधन का एक घटक दल है। गठबंधन में शिवसेना और कांग्रेस भी शामिल हैं। यहां जब मुंडे की टिप्पणी के बारे में पूछा, तब सुले ने कहा कि किसी पार्टी का हर नेता, कार्यकर्ता और समर्थक चाहता है कि मुख्यमंत्री उनकी पार्टी से हो और समान विचारधारा वाला हो।
उन्होंने कहा, यह एक सामान्य सोच है, इसमें कुछ भी नया नहीं है। महाराष्ट्र से राज्यसभा की छह सीटों पर 10 जून को होने जा रहे चुनावों में मतों की खरीद-फरोख्त होने की आशंका के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस तरह की चीज दुर्भाग्यपूर्ण है और राज्य से छह सीटों के लिए उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित होने चाहिए थे।
इन चुनावों में सत्तारूढ़ महाविकास आघाडी (एमवीए) के घटक दलों ने चार उम्मीदवार और भारतीय जनता पार्टी ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं। सुले ने कहा कि एमवीए के घटक दलों ने भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी और (राज्यसभा की सीटों पर मुकाबला टालने के लिए) उनसे एक रास्ता तलाशने का अनुरोध किया था।
भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवारों को एमवीए के कुछ छोटे सहयोगियों द्वारा मदद कर सकने की अटकलों पर, सुले ने कहा कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और सत्तारूढ़ गठबंधन को इस पर चर्चा करनी चाहिए।
उनसे यह भी सवाल किया गया कि क्या राकांपा विधायक अनिल देशमुख और नवाब मलिक, जो अभी जेल में हैं, को राज्यसभा चुनावों में मतदान करने की अनुमति दी जाएगी।
सुले ने कहा, कोई गलत काम किए बगैर राकांपा के दोनों नेता जेल में हैं। हमें न्यायपालिका पर विश्वास है और हमारा मानना है कि हमें न्याय मिलेगा। राकांपा नेता छगन भुजबल प्रयास कर रहे हैं कि दोनों नेताओं को मतदान करने का अवसर मिले।
बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले में सरकारी गवाह बन जाने के बारे में पूछे जाने पर, सुले ने कहा, यह व्यक्ति (वाजे), जो खुद आरोपों का सामना कर रहा है गवाह बन गया है और जिस व्यक्ति (देशमुख) के खिलाफ कोई आरोप नहीं हैं उनके आवास पर 109 बार तलाशी ली गई है।
उन्होंने सवाल किया, क्या हमने इससे पहले ऐसी चीज कभी देखी है? उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय एजेंसियों का केंद्र सरकार दुरुपयोग कर रही है।(भाषा)