लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को धर्म के कुछ ठेकेदारों की तुलना आतंकियों और जल्लाद से की।
मौर्य ने ट्वीट कर कहा, अभी हाल में मेरे दिए गए बयान पर धर्म के कुछ ठेकेदारों ने मेरी जीभ काटने एवं सिर काटने वालों को इनाम घोषित किया है, अगर यही बात कोई और कहता तो यही ठेकेदार उसे आतंकवादी कहते, किंतु अब इन संतों, महंतों, धर्माचार्यों व जाति विशेष लोगों को क्या कहा जाए- आतंकवादी, महाशैतान या जल्लाद।
उत्तर प्रदेश में एक प्रमुख ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि रामचरितमानस की कुछ कड़ियां जाति के आधार पर समाज के एक बड़े तबके का अपमान करती हैं और इन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि 24 जनवरी को अखिल भारत हिंदू महासभा के जिला प्रभारी सौरभ शर्मा ने कहा था कि कोई साहसी व्यक्ति, अगर वह सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काट देता है तो उसे 51000 रुपए का चेक दिया जाएगा। उन्होंने हमारे धार्मिक ग्रंथ का अपमान किया है और हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।
गौरतलब है कि सपा के विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा था, रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर यदि समाज के किसी वर्ग का अपमान हुआ है तो वह निश्चित रूप से धर्म नहीं है। यह अधर्म है। (इनपुट भाषा)
Edited By : Chetan Gour