पटना। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के महासचिव और बिहार के कटिहार से सांसद तारिक अनवर ने शुक्रवार को पार्टी छोड़ दी है। तारिक ने लोकसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है।
एनसीपी के बड़े नेताओं में शुमार तारिक का इस्तीफा पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। कांग्रेस से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले तारिक एनसीपी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं।
युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके तारिक पहली बार 1980 में कटिहार लोकसभा सीट से निर्वाचित हुए थे। तारिक ने 1999 में सोनिया गांधी के विदेशी मूल के मुद्दे पर शरद पवार का साथ देते हुए कांग्रेस छोड़ दी थी। यूपीए-2 के कार्यकाल में उन्हें कृषि और खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री बनाया गया था।
बताया जा रहा है कि तारिक राफेल मामले में शरद पवार के बयान से नाराज थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें नहीं लगता कि लोगों को राफेल सौदे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा पर कोई शक है। पवार ने कहा था कि विमान से जुड़ी तकनीकी जानकारियां साझा करने की विपक्ष की मांग में कोई तुक नहीं है।