कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज में मंगलवार को दिनभर शांति रहने के बाद मंगलवार तड़के एक धार्मिक स्थल की बाहरी दीवार गिराए जाने से कस्बे में फिर से तनाव व्याप्त हो गया है।
पुलिस अधीक्षक पीयूष श्रीवास्तव ने बताया कि तड़के कुछ उपद्रवियों ने एक धार्मिक स्थल की बाहरी दीवार गिरा दी जिससे लोगों में गुस्सा देखा जा रहा है, हालांकि मौके पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। श्रीवास्तव ने बताया कि धार्मिक स्थल के कुछ और हिस्सों को क्षति पहुंचाने की असफल कोशिश की गई। उन्होंने बताया कि इस घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
कल देर शाम एक कपड़े की दुकान में आग लगाए जाने के बाद यह आशंका जताई जा रही थी कि रात में कोई घटना घट सकती है। कासगंज में इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है। मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर निकाली गई तिरंग यात्रा के दौरान हुई साम्प्रदायिक हिंसा में एक युवक चन्दन गुप्ता की मृत्यु हो गई थी और एक व्यक्ति घायल हो गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई थी।
श्रीवास्तव ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में पुलिस गश्त कर रही है। स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। 160 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। कासगंज में हर हाल में स्थिति सामान्य करने की कोशिश की जा रही है।
उन्होंने स्वीकार किया कि सोमवार शाम तक स्थिति सामान्य हो गई थी, लेकिन रात में कपड़े की दुकान में लगाई गई आग और सुबह एक धार्मिक स्थल की गिराई गई चहारदीवारी के बाद माहौल तनावपूर्ण है लेकिन पूरी तरह नियंत्रण में है। दोनों समुदायों के जिम्मेदार लोगों से सम्पर्क बनाए रखा जा रहा है। प्रमुख लोगों से भी शांति की अपील करवाई जा रही है। (वार्ता)