श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में कुलगाम जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान लश्करे तैयबा का एक आतंकवादी जिंदा गिरफ्तार कर लिया गया और एक स्वयंभू डिवीजनल कमांडर समेत तीन आतंकवादी मारे गए।
पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य ने बताया कि श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर कल दोपहर सुरक्षा बलों के साथ आतंकवादियों की भीषण मुठभेड़ उस समय शुरू हुई, जब बोनगाम के समीप सेना के एक काफिले पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया। हमले में सेना का एक जवान शहीद हो गया जबकि दो जवान और दो नागरिक घायल हो गए।
डॉ. वैद्य ने मुठभेड़ की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सेना का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था। इसी दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर आतंकवादियों ने उन पर हमला कर दिया। हमले में तीन जवान घायल हो गए। बाद में आतंकवादी वहां से भाग निकले और पास ही एक मकान में छुप गए।
आतंकवादियों के भागने के प्रयास को विफल करने के लिए सुरक्षा बलों ने तत्काल इलाके की घेराबंदी कर दी। आतकंवादियों ने समर्पण किए जाने से इंकार करते हुए मकान के भीतर से गोलीबारी शुरू कर दी। समर्पण से इंकार करने और स्वाचालित हथियारों से लगातार गोलीबारी होता देख मकान को विस्फोट से उड़ा दिया गया, जिससे तीन आतंकवादियों की मौत हो गई जबकि एक आतंकवादी को घायलावस्था में गिरफ्तार कर लिया गया।
घायल आतंकवादी को अस्पताल ले जाया गया है। यह तीसरा मौका है जब सुरक्षा बलों ने आतंकवादी को जीवित और घायल हालत में गिरफ्तार किया है।
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि मृत आतंकवादियों की पहचान फुरकन और अबू माविया के रूप में की गई है जबकि एक अन्य स्थानीय आतंकवादी है। फुरकन पाकिस्तानी आतंकवादी था, जिसे लश्करे तैयबा का डिवीजनल कमांडर बनाया गया था। (वार्ता)