नैनीताल। नैनीताल जिले के सबसे बढ़े शहर हल्द्वानी में रेलवे, प्रशासन और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम के रेलवे की भूमि की पिलर बंदी शुरू करने को पहुंचने से पूर्व हजारों लोग कड़ाके की सर्दी के बीच सड़क पर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी करने लगे। इस कारण पूरे शहर में पूरे दिन तनाव की स्थिति बनी रही। इस दौरान मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा।
विरोध की सूचना मिलते ही मौके पर सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एडीएम मनीष सिंह, एसपी सिटी हरबंस सिंह, एसपी क्राइम जगदीशचंद्र, सीओ भूपेंद्र धौनी भी पहुंचे। विरोध बढ़ता देख पुलिस ने आसपास के इलाकों को सील कर वनभूलपुरा जाने वाले सभी रास्ते भी ब्लॉक कर दिए।
अधिकारियों का कहना है कि सीमांकन का काम हाईकोर्ट के आदेश के बाद शुरू किया जा रहा है। अगर जनता विरोध करेगी तो पुलिस को सख्ती दिखानी पड़ेगी। उधर, विरोध के बीच ही प्रशासन की टीम ने रेलवे स्टेशन पहुंचकर सीमांकन काम शुरू किया।
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने वनभूलपुरा गफूर बस्ती में रेलवे की 29 एकड़ भूमि पर किए गए अतिक्रमण को ध्वस्तीकरण करने के आदेश दिए थे। इस जगह पर करीब 4365 अतिक्रमणकारी हैं।सीमांकन के लिए बनी टीम में रेलवे, राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ सिटी मजिस्ट्रेट और एसडीएम शामिल हैं। नैनीताल जिले के डीएम धीराज गर्ब्याल ने वनभूलपुरा थाने के एसओ को उस क्षेत्र के सभी लाइसेंसी असलहे जमा करने के आदेश दिए हैं।
क्षेत्र के निवासी रहमत खान का कहना है कि रेलवे भूमि पर जो अतिक्रमण है उसके अलावा भी कई लोग जिनके द्वारा भूमि किसी से खरीदी गई है और कानून के अनुसार उस पर इमारत तामीर की गई है, ऐसे लोगों को भी अतिक्रमण के नाम पर इसका शिकार बनाया जा रहा है, इसकी सुनवाई कोई करने को तैयार नहीं है।
Edited By : Chetan Gour