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खूनी नाला में बन रही टनल धंसी, एक की मौत, 3 को बचाया, 9 अब भी मलबे में दबे

हमें फॉलो करें खूनी नाला में बन रही टनल धंसी, एक की मौत, 3 को बचाया, 9 अब भी मलबे में दबे

सुरेश एस डुग्गर

, शुक्रवार, 20 मई 2022 (16:05 IST)
जम्मू। रामबन जिला के खूनी नाला क्षेत्र में बन रही टनल नंबर-3 की एडिट टनल धंसने में लापता मजदूरों में से एक का शव मिल गया है और बाकी के जीवित होने की उम्मीद नहीं के बराबर है। एडिट टनल का काम शुरु ही हुआ था, इसलिए अंदर काम कर रहे लोग सैकड़ों टन मलबे के नीचे दब गए होंगे। स्थिति क्या है यह मलबा हट पाने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। कुल 13 लोग फंसे थे, जिनमें से तीन को बचा लिया गया है।
 
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुरुवार रात को खूनी नाला में निर्माणधीन टनल नंबर-3 की एडिट टनल बनाने का काम किया जा रहा था। इसी दौरान जिस पहाड़ में कटाई कर एडिट टनल का निर्माण किया जा रहा था, भूस्खलन होने की वजह से वह धंस गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबंधन दल व स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने मौके पर पहुंचकर राहत व बचाव कार्य शुरु कर दिया।
 
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर रामबन जिले के खूनी नाला मगरकोट के पास सुरंग निर्माण का काम शुरू होते ही गुरुवार की देर रात पहाड़ दरककर नीचे आ जाने से 10 मजदूर लापता हैं। इसके साथ ही खोदाई में लगी मशीनरी भी दब गई है। बचाव कार्य जारी है। कई टीमें मौके पर डटी हैं।

मलबा नीचे आने के साथ ही हाईवे पर वाहनों को रोक दिया गया है। इससे सैकड़ों छोटे-बड़े वाहन रास्ते में फंस गए हैं। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने हादसे पर दुख जताया है। मौके पर एनडीआरएफ की टीम पहुंच गई है। बचाव कार्य जारी है।
 
अधिकारियों ने बताया कि खूनी नाला के पास सुरंग के एक ट्यूब का निर्माण पूरा हो गया है। जम्मू से श्रीनगर की ओर जाने के लिए दूसरे ट्यूब का निर्माण करने के लिए कार्यदायी एजेंसी ने वीरवार की रात लगभग साढ़े 11 बजे जैसे ही मशीनरी को पहाड़ की खुदाई के लिए लगाया वैसे ही पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा नीचे आ गया। इससे काम में लगी पोकलैन मशीन, क्रेन तथा डंपर चपेट में आ गए। कंपनी के 10 मजदूर भी मलबे में दब गए। मौके पर मौजूद दो गार्डों ने भागकर अपनी जान बचाई।
रामबन के विकास आयुक्त मसरत इस्लाम ने बताया कि बचाव कार्य के दौरान एक शव को बरामद कर लिया गया है। जबकि, नौ लोग अब भी मलबे के नीचे दबे हुए हैं, जिनके लिए बचाव कार्य जारी है। उन्होंने बताया कि तीन लोगों को गुरुवार को ही सुरक्षित निकाल लिया गया था, जिनका इलाज अस्पताल में जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, क्यूआरटी और सेना के जवान खोज और बचाव अभियान में जुटे हुए हैं।
 
लापता मजदूरों की पहचान इस प्रकार की गई है। जादव राय (23), गौतम राय (22), सुधीर राय (31), दीपक राय (33), परिमल राय (38) सभी पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। शिव चौहान (26) असम का रहने वाला है। नवाज चौधरी (26)  तथा कुशीराम नेपाल के रहने वाले हैं, जबकि दो मजदूर मुजफ्फर (38) तथा इसरत (30) जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं। 

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