मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की वार्षिक दशहरा रैली के दौरान अपनी पूर्व सहयोगी भाजपा को चुनौती भरे अंदाज में कहा कि हिम्मत है तो हमारी सरकार को गिराकर दिखाओ। उन्होंने कहा कि अगले महीने हमारी सरकार को पूरे दो साल हो जाएंगे।
उन्होंने केन्द्र में सत्तारूढ़ पार्टी को निशाने पर लेते हुए कहा कि भाजपा न तो वीर सावरकर को समझ पाई है और न ही महात्मा गांधी को। देगलूर उपचुनाव में भाजपा द्वारा शिवसेना के पूर्व नेता को मैदान में उतारने को लेकर उद्धव ठाकरे ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े राजनीतिक दल को विधानसभा उपचुनाव तक के लिए उम्मीदवार का 'आयात' करना पड़ा। ठाकरे ने गठबंधन समाप्त होने के बाद शिवसेना को भ्रष्ट करार देने को लेकर भी भाजपा की तीखी आलोचना की।
मोहन भागवत से सवाल : संघ की दशहरा रैली में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के भाषण पर टिप्पणी करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मोहन जी ने शुक्रवार को कहा कि जो लड़ाई है वो विचार से होना चाहिए, युद्ध नहीं। ठाकरे ने कहा कि यह आपको उनको (भाजपा) भी बतानी चाहिए, जो सत्ता में रहने के लिए कुछ भी कर रहे हैं।
ठाकरे ने कहा कि संघ प्रमुख ने नशा की बात कही, नशा पर कार्रवाई होनी भी चाहिए। लेकिन, लेकिन जो लोग सत्ता का नशा कर रहे हैं, उनका क्या। उन्होंने हिन्दुत्व के मुद्दे पर कहा कि हिंदुत्व का मतलब राष्ट्र प्रेम है। बालासाहेब ने कहा था कि पहले हम देशवासी हैं, उसके बाद धर्म आता है। धर्म घर पर रखकर जब हम बाहर निकलते हैं तो देश हमारा धर्म होता है।