लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार निराश्रित महिलाओं, वृद्धों, दिव्यांगजनों को प्रतिमाह अब 500 रुपए की जगह 1000 रुपए पेंशन देगी। इसके अलावा असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को अगले 4 माह तक प्रत्येक महीने 500 रुपए और कुष्ठ रोगियों को प्रतिमाह 3000 रुपए पेंशन दी जाएगी।
ख्यमंत्री ने कहा कि इसका प्रावधान अनुपूरक बजट में किया गया है। उन्होंने आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं के भी मानदेय बढ़ाने की घोषणा की। विधासभा में बृहस्पतिवार को अनुपूरक बजट पेश किए जाने के बाद अपने संबोधन में योगी ने कहा कि निराश्रित महिलाओं (विधवा पेंशन) को पहले 300 रुपए मानदेय मिलता था जिसे हमारी सरकार ने बढ़ाकर 500 रुपए किया लेकिन अब इसे बढ़ाकर 1000 रुपए किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि राज्य में पेंशन पाने वाली निराश्रित महिलाओं की संख्या पहले 17 लाख 31 हजार थी, लेकिन अब 30 लाख 34 हजार निराश्रित महिलाओं को पेंशन दी जा रही है। उन्होंने वृद्धावस्था पेंशन पांच सौ रुपए से बढ़ाकर एक हजार किए जाने की घोषणा करते हुए कहा कि बहुत से परिवार योजना में शामिल नहीं थे। वर्ष 2017 से पहले 37 लाख लोगों को इस योजना का लाभ मिलता था और अब 55 लाख 77 हजार लोगों को पेंशन दी जा रही है।
विपक्षी समाजवादी पार्टी पर तंज करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बुजुर्गों को सम्मान देती है और बाप बुजुर्ग हो गया तो कुर्सी से नहीं हटाते। उन्होंने बताया कि राज्य में आठ लाख लोगों को दिव्यांगजन पेंशन दी जा रही है। असंगठित क्षेत्र के सभी श्रमिकों को अगले चार माह तक प्रतिमाह 500 रुपए भरण-पोषण भत्ता दिया जाएगा। उन्होंने दिव्यांगजनों की पेंशन 500 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए किए जाने की घोषणा की।
योगी ने कहा कि आशा कार्यकर्ता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय भी सरकार बढ़ाने जा रही है। इन लोगों ने आपदा के समय बहुत सराहनीय कार्य किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुष्ठ रोगियों की पेंशन की राशि बढ़ेगी और अब हर धारक को 3000 रुपए पेंशन दी जाएगी। साथ ही उनके परिवार को प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री आवास योजना से आवास उपलब्ध कराएंगे।
सरकार ने यह भी तय किया है कि प्रदेश में महिलाओं के लिए आधी आबादी को असाध्य बीमारियों के उपचार के लिए आयुष्मान भारत की राशि खर्च होने के बाद महिलाओं को पांच लाख रुपए की अतिरिक्त धनराशि देंगे। योगी ने राज्य में नई चीनी मिलें खोलने की भी घोषणा की।(भाषा)