उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि 'वंदे मातरम्, सुजलां सुफलां, मलयज शीतलाम्, शस्य श्यामलां मातरम्...' समस्त प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम्... की 150वीं वर्षगांठ पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। वंदे मातरम् गीत भारतीय अस्मिता का अमर प्रतीक है। यह गीत हमें स्मरण कराता है कि आज़ादी केवल अधिकार नहीं, बल्कि मातृभूमि की सेवा का, उसके सम्मान का और उसके संरक्षण का उत्तरदायित्व भी है।वंदे मातरम् राष्ट्रीय गीत के रूप में भारत की सांस्कृतिक चेतना, राष्ट्रभक्ति और भावनात्मक एकता का शाश्वत प्रतीक है। इस पावन गीत की प्रत्येक पंक्ति मातृभूमि के सौंदर्य, समृद्धि और गौरवमयी महिमा का हृदयस्पर्शी स्तुतिगान करती है, जो हर भारतीय के मन में असीम श्रद्धा और गौरव की भावना… pic.twitter.com/qoZq00Gvxy
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 7, 2025
"वंदे मातरम्, सुजलां सुफलां, मलयज शीतलाम्, शस्य श्यामलां मातरम्...”
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 7, 2025
समस्त प्रदेशवासियों को राष्ट्रीय गीत "वंदे मातरम्..." की 150वीं वर्षगांठ पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
वंदे मातरम् गीत भारतीय अस्मिता का अमर प्रतीक है। यह गीत हमें स्मरण कराता है कि आज़ादी केवल अधिकार नहीं,…
उन्होंने कहा कि हमारे प्रवासी उत्तराखंडी भाई-बहन पूरे विश्व में देवभूमि के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में कार्य कर रहे हैं। आप सभी ने अपने परिश्रम, प्रतिभा और मूल्यों से न केवल उत्तराखंड की लोक संस्कृति, परंपरा और विरासत को वैश्विक पहचान दिलाई है, बल्कि प्रदेश की छवि को भी गौरव के शिखर तक पहुंचाया है।देश, विदेश में रह रहे सभी प्रवासी उत्तराखंडी भाई-बहनों को प्रवासी उत्तराखंड दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) November 7, 2025
हमारे प्रवासी उत्तराखंडी भाई-बहन पूरे विश्व में देवभूमि के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में कार्य कर रहे हैं। आप सभी ने अपने परिश्रम, प्रतिभा और मूल्यों से न केवल उत्तराखंड की लोक… pic.twitter.com/UD9KMRg7hq