लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मुहर्रम जुलूस के दौरान कई शहरों में हिंसा भड़क गई है। उत्तर प्रदेश के कानपुर, बलिया, कुशीनगर और बाराबंकी तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं हुईं। सबसे खराब हालात कानपुर में बन गए। कहीं पत्थरबाजी तो कहीं आगजनी के चलते हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं।
कानपुर के ही परमपुरवा में ताजिए के जुलूस को तय जगह से आगे ले जाने पर विवाद खड़ा हो गया। गर्मागर्मी कुछ इस कदर बढ़ी कि इसने देखते ही देखते आगजनी का रूप ले लिया। हालात को देखते हुए कानपुर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। साथ ही पूरी घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। हिंसा के बाद स्थानीय लोग बेहद डरे हुए हैं और सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
पहले मामूली विवाद में दो पक्ष रावतपुर में आमने-सामने आ गए। इसके बाद मुहर्रम के जुलूस के दौरान पथराव से हालात और भी बिगड़ गई। दोनों ओर से हुई पत्थरबाजी में पुलिस अधिकारियों समेत कई लोग घायल हुए हैं। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
कुशीनगर में हमला : कुशीनगर में ताजिये के जूलूस के दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस वालों पर ही हमला बोल दिया। बताया जा रहा है कि धारदार हथियारों से लैस कुछ युवक ताजिए को दूसरे रास्ते से ले जाने की जिद पर अड़ गए जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो एसओ पर हमला बोल दिया। जिसके बाद मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल भेजकर हालात को काबू किया गया।
बलिया में बवाल : उत्तर प्रदेश के बलिया के सिकंदरपुर में विजयदशमी पर विवाद हुआ था जो मोहर्रम में और भी गहरा गया। आरोप है कि ताजिया जुलूस के दौरान कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की और इसी के चलते दो समुदायों के बीच हिंसा भड़क उठी।
उत्पात में शामिल लोगों ने कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया। बलिया में हुए इस बवाल में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस ने बलवे में शामिल 10 लोगों को गिरफ्तार कर इलाके में धारा 144 लगा दी है।