भोपाल। उत्तर पश्चिम भारत, गंगा के मैदानी क्षेत्रों, पूर्वी भारत और मध्य भारत में लगातार चल रही उत्तर-पश्चिमी ठंडी और शुष्क हवाओं के कारण भीषण सर्दी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। रविवार को भी मैदानी राज्यों में सबसे ठंडा शहर रहा मध्य प्रदेश का पंचमढ़ी, जहां न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
प्रदेश के जबलपुर, दतिया, सतना, रीवा, अबगांव, खंडवा, खजुराहो, गुना, दमोह, भोपाल, उमरिया, रतलाम, मंडला, उज्जैन, मालंजखंड, रायसेन और होशंगाबाद शीतलहर से प्रभावित हैं। अभी ठंड के तीखे तेवर दो-तीन दिन तक और बने रह सकते हैं। इसके बाद फरवरी की शुरुआत में एक बार फिर मौसम का मिजाज बिगड़ने के आसार हैं। उत्तर भारत के पहाड़ों पर अभी भी बर्फ जमी हुई है। साथ ही तीन दिन से लगातार हवाओं का रुख उत्तरी और उत्तर-पूर्वी बना हुआ है।
लगभग 14 किलोमीटर की औसत रफ्तार से चल रही हवाओं के कारण राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। 3 फरवरी को एक अन्य अधिक तीव्रता वाला पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में प्रवेश करेगा इससे राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाने की संभावना है।
इस दौरान कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। इससे पहले कल यानी को शनिवार को सिवनी, जबलपुर में तीव्र शीतलहर और भोपाल, ग्वालियर सहित 17 स्थानों पर शीतलहर रही। प्रदेश में सबसे कम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस पचमढ़ी में दर्ज किया गया। वहीं दूसरी ओर हिमालयी क्षेत्रों में रुक-रुककर बर्फबारी का दौर जारी है।
इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, देश के उत्तरी और मध्य हिस्से में खुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं का दौर अगले 2 दिन जारी रहेगा। इसके कारण पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार और कच्छ के क्षेत्रों में सर्द हवाएं अगले 2 दिनों तक चलेंगी।