लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरदार पटेल न केवल स्वतंत्र भारत के शिल्पी थे बल्कि स्वतंत्र भारत को कौनसी दिशा तय करनी है, इसके भी शिल्पी थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने पांच कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास से सरदार वल्लभभाई पटेल की 146वीं जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर 75 मोटरसाइकल सवारों की रैली एवं झांकियों को रवाना किया और उसके बाद अपने संबोधन में कहा कि सरदार पटेल न केवल स्वतंत्र भारत के शिल्पी थे, बल्कि स्वतंत्र भारत को कौनसी दिशा तय करनी है, इसके भी शिल्पी थे।
योगी ने इस मौके पर राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने सभी षड्यंत्रों को बेनकाब किया, क्योंकि उस समय तमाम विदेशी ताकतें थीं जो नहीं चाहती थीं कि भारत एक रहे। सरदार पटेल ने अपनी सूझबूझ और दूरदर्शिता से देश की सभी 563 रियासतों को भारत गणराज्य का हिस्सा बनाते हुए अखंड भारत की नींव रखी।
उन्होंने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के रूप में आज भारत की प्रतिष्ठा दुनिया में है। योगी ने इसका श्रेय लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को दिया। इस मौके पर कानून मंत्री बृजेश पाठक, राज्यमंत्री स्वाति सिंह समेत कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।(भाषा)