लखनऊ। मच्छरों से होने वाली बीमारियों से लोगों को बचाने और उन्हें जागरूक करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार का स्वास्थ्य विभाग हर रविवार को एंटी मॉस्किटो ड्राई डे मनाएगी। 'हर रविवार मच्छर पर वार' के नाम से जनजागरण अभियान भी चलाया जा रहा है। इसके तहत प्रत्येक रविवार को सभी लोगों को अपने-अपने घर एवं आस-पास से अनावश्यक एकत्रित जल को हटाना है और पानी के गड्ढों को भर देना है।
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम जल का एकत्रीकरण रोकना है। डेंगू के मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं। उसके लार्वा दो सप्ताह में पूर्ण मच्छर बन जाते है। यदि पानी का एकत्रीकरण सात दिन से पहले ही नष्ट कर दिया जाए तो डेंगू के मच्छर को पनपने का अवसर ही नहीं मिलेगा। प्रत्येक सप्ताह के रविवार को एन्टी मॉस्किटो ड्राई डे के रूपप में मनाए जाने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों के उपचार के लिए न्यूनतम 10 बेड का एक वार्ड आरक्षित किया गया है। चिकित्सालयों में मरीजों की सहायता के लिए फीवर हेल्प डेस्क गठित कर दिए गए है। सभी सरकारी चिकित्सालयों में डेंगू ग्रस्त मरीजों के उपचार की व्यवस्था की गई है। डेंगू की विशिष्ट जांचों के लिए प्रदेश में 37 एसएसएच लैब स्थापित है। मरीजों के उपचार हेतु प्लेटलेट्स की आपूर्ति के लिए 39 ब्लड कम्पोनेंट सेपरेशन यूनिट्स स्थापित है।
स्वास्थ्य मंत्री सिंह ने बताया कि जनपद स्तर पर डेंगू रोकथाम के लिए जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में जिला समन्वय समिति का गठन किया जा चुका है। विद्यालय में एक अध्यापक को हेल्थ एजुकेटर नियुक्त कर उसे प्रशिक्षित कराए जाने तथा उसके द्वारा छात्रों को डेंगू से बचाव के विषय में जानकारी देने के लिए नामित करने के निर्देश दिए गए हैं। (भाषा)