15 दिसंबर 2021 से खरमास kharmas 2021 का प्रारंभ हो जाएगा। हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है कि मलमास या खरमास का महीना शुभ नहीं होता है, इस बारे में ऐसी कई मान्यताएं प्रचलित हैं, जैसे मलमास/खरमास में विवाह, वधू प्रवेश, नवीन भवन-निर्माण, नया व्यापार, व्यवसाय, मुंडन, सगाई आदि शुभ कार्य वर्जित हैं।
पंचांग की मानें तो यह समय सौर मास का होता है, जिसे खरमास कहा जाता है। माना जाता है कि इस मास में सूर्य देवता के रथ को घोड़े नहीं खींचते हैं। ज्ञात हो कि सूर्यदेव सिर्फ भारत के नहीं है वे पूरे ब्रह्मांड के दिव्य देवता हैं। अत: इस समय में शुभ कार्य ना करें। आइए यहां जानते हैं मलमास या खरमास में क्या कार्य ना करें और क्या कार्य करें-
kharmas do this work मलमास/खरमास में कर सकते हैं यह कार्य-
1. खरमास को मलमास भी कहा जाता है। इस मास की एकादशियों का उपवास कर भगवान श्री विष्णु का पूजन करके उन्हें तुलसी के पत्तों के साथ खीर का भोग लगाना चाहिए।
2. इस माहपर्यंत प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में जागकर स्नान करके भगवान श्री विष्णु का केसरयुक्त दूध से अभिषेक करके एवं कम से कम ग्यारह बार विष्णु मंत्र 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः' का तुलसी की माला से जाप करें।
3. भगवान विष्णु का वास पीपल के वृक्ष में माना जाता है, अत: इस माह में पीपल का पूजन करना अतिशुभ माना जाता है।
4. दुर्व्यसन, दुर्विचार और पापाचार का त्याग करके श्री विष्णु की भक्ति में मन लगाने तथा सत्कर्म जैसे महत्वपूर्ण कार्य इस मास में किए जा सकते है।
5. इस मास में भगवान विष्णु की पूजा करने के साथ-साथ धार्मिक स्थलों पर स्नान-दान आदि करने का भी विशेष महत्व माना जाता है।
6. कार्यक्षेत्र में उन्नति और तरक्की के लिए मलमास/ खरमास की नवमी तिथि को कन्या भोजन करवाना पुण्य फलदायक माना जाता है।
7. खरमास के दौरान सूर्यदेव की उपासना करने का विशेष महत्व माना जाता है। जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में हो उन्हें सूर्यदेव का पूजन-अर्चन, अर्घ्य, उपासना आदि कार्य अवश्य करने चाहिए।
मलमास में क्या कार्य ना करें- do not this work
8. नई वस्तुएं, नया भवन, प्लॉट, घर अथवा कार या इलेक्ट्रॉनिक आदि की खरीदारी नहीं करनी चाहिए।
9. इस माह घर निर्माण कार्य या घर निर्माण संबंधी सामग्री भी खरीदने की मनाही है।
10. खरमास के पूरे महीने तक विवाह, सगाई की रस्में, गृह प्रवेश आदि धार्मिक शुभ कार्य अथवा मांगलिक कार्य कदापि नहीं करना चाहिए।