Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

धार्मिक यात्रा पर जाने से पहले, जान लीजिए ये 5 खास बातें

हमें फॉलो करें धार्मिक यात्रा पर जाने से पहले, जान लीजिए ये 5 खास बातें
Teerth Yatra 
 
शास्त्रों के अनुसार धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व वाले स्थानों को तीर्थ कहते हैं। इन्ही स्थानों की यात्रा करने को धार्मिक यात्रा या तीर्थयात्रा (teerth yatra, pilgrimage) कहते हैं। तीर्थ यात्रा का मुख्य उद्देश्य होता है पुण्य फल कमाना। लेकिन कुछ पौराणिक तथ्य बताते हैं कि तीर्थ यात्रा का फल किसे मिलता है और किसे नहीं...

यहां जानिए तीर्थ यात्रा के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें : 
 
1. जो व्यक्ति दूसरों के धन से तीर्थ यात्रा करता है। उसे पुण्य का 16वां भाग प्राप्त होता है और जो दूसरे कार्य के प्रसंग से तीर्थ में जाता है उसे उसका 1/2 फल प्राप्त होता है। 
 
2. अन्यत्र हिकृतं पापं तीर्थ मासाद्य नश्यति। तीर्थेषु यत्कृतं पापं वज्रलेपो भविष्यति। -अर्थात् अन्य जगह किया हुआ पाप तीर्थ में जाने से नष्ट हो जाता है, पर तीर्थ में किया हुआ पाप वज्रलेप हो जाता है।
 
3. जब कोई अपने माता-पिता, भाई, परिजन अथवा गुरु को फल मिलने के उद्‍देश्य से तीर्थ में स्नान करता है, तब उसे स्नान के फल का 12वां भाग प्राप्त हो जाता है।
 
4. तीर्थ क्षेत्र में जाने पर मनुष्य को स्नान, दान, जप आदि करना चाहिए, अन्यथा वह रोग एवं दोष का भागी होता है।
 
5. तीर्थ यात्रा का पूर्ण फल तभी मिलता है जब आपने किसी भी आत्मा को जाने-अनजाने में कष्ट ना पहुंचाया हो। आपका आचार, विचार, आहार, व्यवहार और संस्कार शुद्ध और पवित्र हो। अत: हर मनुष्य को सभी जीवों का ध्यान रखते हूए ही जीवन के हर क्षेत्र में कार्य करना चाहिए। हमेशा अपने कर्मों पर ध्यान देना चाहिए। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

webdunia
 
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

अपने बेडरूम में न रखे ये 5 वस्तुएं, वर्ना होंगे परेशान, बढ़ेगा टेंशन