What to do Guru Pushya Nakshatra: हिन्दू पंचांग कैलेंडर के अनुसार इस साल सावन माह में गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग 24 जुलाई 2025, गुरुवार को बन रहा है। गुरु पुष्य नक्षत्र योग या मुहूर्त खास तौर से खरीदारी, पूजा-पाठ के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन घर की साज-सज्जा की चीजें, सोना, चांदी और अन्य सामान की सबसे ज्यादा खरीदी की जाती हैं, क्योंकि यह समय पुष्य नक्षत्र आने से और भी शुभ फल देने वाली हो जाती है।
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धार्मिक मान्यता के अनुसार पुष्य नक्षत्र के देवता बृहस्पति देव माने गए हैं और शनि इस नक्षत्र दिशा प्रतिनिधि माना जाता है। चूंकि बृहस्पति शुभता, ज्ञान और बुद्धिमत्ता का प्रतीक कहे गए हैं और शनि स्थायित्व के, इसलिए इन दोनों का योग मिल कर पुष्य नक्षत्र को शुभ और चिरस्थायी बना देते है। इसी कारण इस शुभ दिन नए कार्यों की शुरुआत करने का विशेष महत्व है।
आइए जानते हैं यहां गुरु पुष्य नक्षत्र के शुभ अवसर पर क्या-क्या करें....
1. खरीदारी: सोना, चांदी, सोना या रत्न खरीदना तथा नए वस्त्र, वाहन, संपत्ति, इलेक्ट्रॉनिक्स या कोई भी मूल्यवान वस्तु खरीदें।
2. निवेश: शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड या अन्य निवेश योजनाओं में निवेश करें।
3. नया कार्य प्रारंभ: शुभ कार्यों की शुरुआत, जैसे गृह प्रवेश, व्यापार की शुरुआत/ नया व्यवसाय, नौकरी या कोई भी महत्वपूर्ण परियोजना शुरू करें। इसके अलावा संगठन, कंपनी या फर्म रजिस्ट्रेशन आदि शुरू करना।
4. पूजा-पाठ: भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा करें। कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। तथा धार्मिक कार्यों जैसे पूजा-पाठ, व्रत आदि का आयोजन करना।
6. पौधारोपण: हरियाली अमावस्या के साथ होने के कारण इस दिन शुभ पौधे (जैसे तुलसी, शमी, आंवला) लगाना भी अत्यंत फलदायी होगा।
7. कौन से कार्य करें: मंत्र जाप, दान दान, पूजा पाठ, नव निवेश, वाहन, सोना चांदी खरीदना, गृह प्रवेश, विद्यारम्भ।
सोना, चांदी, भूमि, हल्दी, वाहन, घर आदि के लिए यह दिन आर्थिक दृष्टि से लाभदायक है। यह गुरु पुष्य नक्षत्र का संयोग आपके जीवन में धन, समृद्धि और सौभाग्य लाए, ऐसी कामना है।
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