पांच महत्वपूर्ण सरोवरों में से एक नारायण सरोवर का संबंध भगवान विष्णु से है। अन्य सरोवरों के नाम हैं- मान सरोवर, बिंदु सरोवर, पंपा सरोवर और पुष्कर सरोवर।
1. कहां हैं नारायण सरोवर : गुजरात के कच्छ जिले के लखपत तहसील में स्थित है नारायण सरोवर। नारायण सरोवर पहुंचने के लिए सबसे पहले भुज पहुंचें। दिल्ली, मुंबई और अहमदाबाद से भुज तक रेलमार्ग से आ सकते हैं।
2. दो प्राचीन मंदिर : पवित्र नारायण सरोवर के तट पर भगवान आदिनारायण का प्राचीन और भव्य मंदिर है। प्राचीन कोटेश्वर मंदिर यहां से 4 किमी की दूरी पर है।
3. सिंधु के संगम पर है सरोवर : 'नारायण सरोवर' का अर्थ है- 'विष्णु का सरोवर'। यहां सिंधु नदी का सागर से संगम होता है। इसी संगम के तट पर पवित्र नारायण सरोवर है। इस पवित्र नारायण सरोवर की चर्चा श्रीमद् भागवत में मिलती है।
4. प्रसिद्ध लोगों की यात्रा : इस पवित्र सरोवर में प्राचीनकालीन अनेक ऋषियों के आने के प्रसंग मिलते हैं। आद्य शंकराचार्य भी यहां आए थे। चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी इस सरोवर की चर्चा अपनी पुस्तक 'सीयूकी' में की है।
5. भव्य मेला : नारायण सरोवर में कार्तिक पूर्णिमा से 3 दिन का भव्य मेला आयोजित होता है। इसमें उत्तर भारत के सभी संप्रदायों के साधु-संन्यासी और अन्य भक्त शामिल होते हैं। नारायण सरोवर में श्रद्धालु अपने पितरों का श्राद्ध भी करते हैं।