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साइना-सिंधु की जीत से शुरुआत, तीरंदाजी और मुक्केबाजी में मिली निराशा

हमें फॉलो करें साइना-सिंधु की जीत से शुरुआत, तीरंदाजी और मुक्केबाजी में मिली निराशा
रियो डि जिनेरियो , शुक्रवार, 12 अगस्त 2016 (07:46 IST)
रियो डि जिनेरियो। लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल और विश्व चैंपियनशिप में दो बार कांसे का तमगा जीतने वाली पी वी सिंधु ने बैडमिंटन की एकल स्पर्धा में जीत के साथ अपने अभियान की शुरुआत की लेकिन भारत को रियो ओलंपिक में तीरंदाजी और मुक्केबाजी में निराशा हाथ लगी। पुरुष हाकी टीम ने नीदरलैंड से 1-2 से हार के बावजूद क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की।
 
साइना और सिंधु ने निराशा के बीच भारतीय दल में कुछ उम्मीद जगाई। साइना ने ग्रुप जी में ब्राजील की लोयानी विसेंटे को 39 मिनट तक चले मैच में सीधे गेम में 21-17, 21-17 से हराया। उन्हें अब अपने ग्रुप के दूसरे मैच में उक्रेन की मारिया उलटिना से भिड़ना है। यह मैच 14 अगस्त को होगा।
 
विश्व चैंपियनशिप में दो बार की कांस्य पदक विजेता सिंधु ने ग्रुप एम में विश्व में 64वें नंबर की हंगरी की लौरा सारोसी को 21-8, 21-9 से पराजित किया। उनका अगला मुकाबला 14 अगस्त को ग्रुप चरण में ही कनाडा की ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन ली मिशेली से होगा।
 
ज्वाला और अश्विनी की भारतीय जोड़ी की महिला युगल में शुरूआत निराशाजनक रही। उन्हें ग्रुप ए में जापान की अयाका ताकाहाशी और मिसाकी मातसुमोतो की विश्व में नंबर एक जोड़ी से महज 36 मिनट में 15-21, 10-21 से हार झेलनी पड़ी।
 
पुरुष युगल में मनु अत्री और सुमित बी रेड्डी की जोड़ी को मोहम्मद अहसन और हेंद्रा सेतियावान की इंडोनेशिया की दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी के खिलाफ 18-21 13-21 से शिकस्त का सामना करना पड़ा।
 
नीदरलैंड के खिलाफ पुरुष हाकी मैच में भारत ने मुकाबला खत्म होने से कुछ सेकेंड पहले पांच पेनल्टी कार्नर गंवाए जिससे उसे 1-2 से शिकस्त झेलनी पड़ी लेकिन इसके बावजूद वह क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रहा।
 
इस हार के बावजूद भारत पूल बी का एक अन्य मैच मौजूदा ओलंपिक चैंपियन जर्मनी और अर्जेंटीना का मैच 4-4 से बराबर छूटने से क्वार्टर फाइनल में पहुंच गया। भारत अब पूल बी में चार मैचों में छह अंक लेकर तीसरे स्थान पर है। यदि वह कल अपने आखिरी लीग मैच में कनाडा से हार भी जाता है तब भी उसका आखिरी आठ में स्थान तय है। 
 
पूल ए और पूल बी से शीर्ष चार पर रहने वाली दो टीमें क्वार्टर फाइनल में जगह बनाएंगी। भारत को मुक्केबाजी में शिव थापा (56 किग्रा) से काफी उम्मीद थी लेकिन वह पहले दौर के मुकाबले में चौथे वरीय क्यूबाई खिलाड़ी रोबीसे रमीरेज से शिकस्त झेलकर रियो ओलंपिक से बाहर हो गए।
 
अपने दूसरे ओलंपिक में हिस्सा ले रहे 22 साल के शिव को एकतरफा मुकाबले में 0-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले के दौरान उनकी बायीं आंख के उपर कट भी लग गया।
 
भारतीय उम्मीदों का भार अब विकास कृष्ण (75 किग्रा) और मनोज कुमार (64 किग्रा) पर है जो दोनों प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बना चुके हैं।
 
तीरंदाजी में झारखंड की दो बार की ओलंपियन दीपिका और तीन बार की ओलंपियन बोम्बायला के व्यक्तिगत वर्ग के प्री क्वार्टरफाइनल में हारने से महिला एकल में भारतीय चुनौती भी समाप्त हो गई। दीपिका को दुनिया की नंबर दो चीनी ताइपे की टान या टिंग से 0-6 से जबकि बोम्बायला को मेक्सिको की एलेजांद्रा वेलेंसिया (दुनिया की 18वें नंबर की तीरंदाज) से 2-6 से हार कसा सामना करना पड़ा। 
 
बोम्बायला की भी शुरुआत अच्छी नहीं हुई और उन्होंने पहले तीर में सात से शुरुआत की। जिसके बाद वह भी दबाव में आ गई और 26-28, 26-23, 27-28, 23-25 से हार गई। अब तीरंदाजी में भारतीय चुनौती पुरुष स्पर्धा में ही बची है जिसमें एकमात्र अतनु दास प्रतिनिधत्व कर रहे हैं और वह कल अपना प्री क्वार्टरफाइनल खेलेंगे।
 
गोल्फ में भारतीय गोल्फरों अनिर्बान लाहिड़ी और एसएसपी चौरसिया की पहले दिन अच्छी शुरुआत नहीं रही और उन्होंने क्रमश: तीन ओवर 74 और इवन पार 71 का स्कोर बनाया। पहले दिन के खेल के बाद एशियाई टूर में नंबर एक लाहिड़ी संयुक्त 49वें और इंडिया ओपन विजेता चौरसिया संयुक्त 27वें स्थान पर हैं। गोल्फ की ओलंपिक में 112 साल बाद वापसी हुई है। लाहिड़ी ने पांच बोगी की और इस बीच केवल दो बर्डी बनाई जबकि चौरसिया ने चार बर्डी बनाई लेकिन साथ ही चार बोगी भी की। इन दोनों को आलंपिक गोल्फ कोर्स से सामंजस्य बिठाने में दिक्कत आई। (भाषा) 

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