रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारत का ऑपरेशन गंगा जारी है। इस बीच विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि सूमी में फंसे 700 छात्रों को सकुशल निकाल लिया गया है। यूक्रेन-रूस के बीच छिड़े युद्ध के बीच सूमी में गोलीबारी चल रही थी।
भारत ने रूस और यूक्रेन से मानव कॉरिडोर बनाने की भी अपील की थी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि यूक्रेन के सूमी से भारतीय छात्रों को स्वदेश लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ानें तैयार की गईं। भारतीय छात्र सूमी से वर्तमान में पोल्टावा के रास्ते निकले हैं, जहां से वे पश्चिमी यूक्रेन के लिए ट्रेन में सवार होंगे।
सूमी विश्वविद्यालय में मेडिकल के एक छात्र ने इस बात की पुष्टि की है कि बसें पहुंच गई हैं और छात्रों ने बसों में सवार होना शुरू कर दिया है। उन्होंने पीटीआई को बताया कि हमें कहा गया कि हम पोलतावा जाएंगे। मैं प्रार्थना कर रहा हूं कि हम एक सुरक्षित जगह पर पहुंच जाएं।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि बीती रात, मैंने नियंत्रण कक्ष से पता किया था, 694 भारतीय छात्र सूमी में थे। आज, वे पोलतावा के लिए बसों से रवाना हो गए।
रोमानिया से लौटे छात्र : रोमानिया के सुसेवा से दो नागरिक उड़ानों से मंगलवार को 410 भारतीय नागरिकों को स्वदेश लाया गया। नागर विमानन मंत्रालय ने यह जानकारी दी। रूसी सैन्य हमले के कारण यूक्रेन का हवाई क्षेत्र 24 फरवरी से बंद है।
यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया और पोलैंड जैसे पड़ोसी देशों में पहुंचने के बाद विमानों के जरिये भारत लाया जा रहा है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यूक्रेन के पड़ोसी देशों से भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियान ऑपरेशन गंगा के तहत सुसेवा से दो विशेष नागरिक उड़ानों द्वारा आज (8 मार्च) 410 भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया है।