वॉशिंगटन। रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि रूस यूक्रेन पर कब्जा करना चाहता है। दुनिया का अधिकांश हिस्सा रूस के खिलाफ है। जी-7 देश उसे मुंहतोड़ जवाब देंगे। आज हम रूस पर और भी कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हम रूस को आर्थिक रूप से चोट पहुंचाएंगे। उसके बैंकों पर प्रतिबंध लगाएंगे। यह रूस पर सबसे बड़ी आर्थिक चोट होगी। नाटो देशों की आज बैठक होगी।
बाइडेन ने कहा कि उसके भ्रष्टाचारी अरबपतियों पर भी कठोर प्रतिबंध लगाएंगे। अमेरिका की फौजें इस युद्ध में शामिल नहीं होंगी। नाटो के सम्मेलन में यूक्रेन संकट पर चर्चा होगी, लेकिन यह साफ है कि अमेरिकी सेना इस जंग में नहीं जाएंगी।
हम हर स्तर पर रूस का विरोध करेंगे। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्ध को चुना है और अब वे इसका परिणाम भुगतेंगे। हम G-7 देश मिलकर रूस को जवाब देंगे। VTB सहित रूस के 4 और बैंकों पर प्रतिबंध लगाए जाएंगे।
बाइडेन ने कहा कि ये हम सबके लिए एक ख़तरनाक समय है। निर्यात नियंत्रण रूस के उच्च तकनीकी आयात के आधे से अधिक को बंद किया जाएगा। हम रूस के साइबर हमले का जवाब देने के लिए तैयार हैं।
राष्ट्रपति बाइडन बोले- पुतिन फिर सोवियत संघ बनाना चाहते हैं। रूस के राष्ट्रपति पुतिन से बात करने की मेरी कोई योजना नहीं है। वे पूर्व सोवियत संघ को फिर से स्थापित करना चाहते हैं। मुझे लगता है कि उनकी महत्वाकांक्षा उस जगह के बिलकुल विपरीत है, जहां इस समय हम हैं।