मॉस्को। रूस-यूक्रेन संघर्ष के सातवें दिन रूस ने भीड़भाड़ वाले यूक्रेनी शहरों पर अपने हमले जारी रखे और रूसी टैंक तथा अन्य वाहनों का एक लंबा काफिला धीरे-धीरे राजधानी कीव की ओर कूच कर रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने मंगलवार रात अपने पहले स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन में आगाह किया कि रूस को आक्रमण की भारी कीमत चुकानी होगी।
जमीन पर क्या हो रहा : यूक्रेन में 40 मील दूरी तक फैला रूसी टैंक और अन्य वाहनों का काफिला धीरे-धीरे कीव की ओर बढ़ रहा है। देश की राजधानी कीव में करीब 30 लाख लोग रहते हैं। पश्चिमी देशों को आशंका है कि यह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूक्रेनी सरकार को अपदस्थ करके रूसी समर्थक सत्ता की स्थापना करने की कोशिश है।
अमेरिका के एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने कहा कि रसद और आपूर्ति की समस्याओं के कारण रूस की सैन्य बढ़त धीमी हो गई है। कुछ रूसी सैन्य टुकड़ियों के पास गैस और भोजन समाप्त हो गया है। अधिकारी ने दावा किया कि इससे रूसी सैनिकों का मनोबल घटा है।
रूसी सेना को जमीन पर जबरदस्त प्रतिरोध का सामना करना पड़ा है और यूक्रेन के हवाई क्षेत्र पर पूरी तरह से हावी होने में वह नाकाम रही है। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसके पास सबूत हैं कि रूस का साझेदार बेलारूस अपने सैनिकों को यूक्रेन में भेजने की तैयारी कर रहा है।
मंत्रालय ने फेसबुक पर जारी बयान में कहा कि बेलारूस के सैनिकों को लड़ाई के लिए तैयार की स्थिति में रखा गया है और उनका जमावड़ा यूक्रेन की उत्तरी सीमा पर है। हालांकि बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि उनके देश की लड़ाई में शामिल होने की कोई योजना नहीं है।
रूसी बलों ने मंगलवार को यूक्रेन के घनी आबादी वाले शहरी इलाकों पर हमले तेज करते हुए यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर के मध्य स्थित एक मुख्य चौराहे और कीव के मुख्य टीवी टावर पर बमबारी की, जिसे यूक्रेन के राष्ट्रपति ने आतंक करार दिया।
यूक्रेन की सरकारी आपात स्थिति सेवा ने बताया कि टीवी टावर पर हमलों में पांच लोगों की मौत हो गई तथा पांच अन्य घायल हो गए हैं। पूर्व में रूस ने यूक्रेन की खुफिया एजेंसी द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रांसमिशन केंद्र के पास रहने वाले लोगों को अपने घर छोड़ने के लिए कहा था।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को दावा किया कि रूसी विमानों ने हवाई हमले में मुख्य टीवी टावर को निष्क्रिय कर दिया, लेकिन कहा कि किसी आवासीय भवन पर हमला नहीं हुआ। मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने मंगलवार को हमलों में हुई मौतों या बाबी यार स्मारक को नुकसान के बारे में कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा कि हमले का उद्देश्य सूचना अर्जित करने की यूक्रेन की क्षमता को नष्ट करना था।
ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पिछले दो दिन में रूसी हमले तेज हुए हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि तीन शहरों-खारकीव, खेरसन और मारियुपोल को रूसी सैन्यबलों ने घेर लिया है।
कई सैन्य विशेषज्ञों को चिंता है कि रूस रणनीति में बदलाव कर सकता है। चेचन्या और सीरिया में रूस ने शहरों को खंडहर में बदलने और लड़ाकों के संकल्प को कुचलने के लिए तोपखाने और हवाई बमबारी का इस्तेमाल करने की रणनीति बनाई थी।
बाइडन ने क्या कहा : अमेरिका के राष्ट्रपति ने अपने पहले स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन में रूस की आक्रामकता का सामना करने का संकल्प किया। राष्ट्रपति ने अपने भाषण की शुरुआत भी यूक्रेन संकट के मुद्दे से ही की।
बाइडन ने कहा, अपने पूरे इतिहास में हमने यह सबक सीखा है कि जब तानाशाह को अपनी आक्रामकता की कीमत नहीं चुकानी पड़ती, तो वे और अधिक अराजकता फैलाने लगते हैं। इस दौरान, बाइडन ने घोषणा की कि अमेरिका अपने हवाई क्षेत्र को रूसी विमानों के लिए बंद कर रहा है और कहा कि अन्य दंडात्मक कदमों के साथ उठाया गया यह कदम रूस को कमजोर करेगा।रूस तेजी से अलग-थलग हो रहा।
प्रतिबंधों के कारण रूस वैश्विक व्यवस्था में अलग-थलग पड़ता जा रहा है। प्रतिबंधों के कारण उसकी अर्थव्यवस्था ढह रही है। चीन, बेलारूस और उत्तर कोरिया जैसे कुछ ही देश उसके पक्ष में हैं। बाइडन ने कहा कि प्रतिबंधों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दुनिया में पहले से कहीं ज्यादा अलग-थलग कर दिया है।
मानवीय स्थिति : संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी मामलों संबंधी एजेंसी के अनुसार, रूसी आक्रमण के बाद से यूक्रेन से लोगों का पलायन यूरोपीय संघ के पूर्वी देशों में तेजी से बढ़ रहा है। अभी तक 660,000 से अधिक लोग पड़ोसी देशों में शरण ले चुके हैं और यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
मृतकों की संख्या स्पष्ट नहीं है क्योंकि न तो रूस ने न ही यूक्रेन ने हताहतों की जानकारी दी है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि उसे 136 नागरिकों की मौत की सूचना मिली है। हालांकि मृतकों की असल संख्या इससे बहुत अधिक होने की आशंका है।
ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा कि उसने हाल के दिनों में यूक्रेन के पूर्वी क्षेत्र में एक अस्पताल के बाहर क्लस्टर बम हमले का प्रमाण एकत्र किया है। निवासियों ने खारकीव और कियांका गांव में हथियारों के इस्तेमाल की भी सूचना दी। क्रेमलिन ने क्लस्टर बमों के इस्तेमाल से इनकार किया।
यूरोपीय संघ यूक्रेन के लिए सहायता बढ़ा रहा है और रूस के आक्रमण के कारण देश छोड़ने वालों को अस्थाई सुरक्षा प्रदान करने की ओर बढ़ रहा है। यूरोपीय संघ आयोग ने बुधवार को घोषणा की कि वह शरणार्थियों को अस्थाई निवास परमिट देगा और उन्हें समूह के 27 देशों में शिक्षा और काम करने का अधिकार देगा। इस कदम को अभी भी सदस्य देशों द्वारा अनुमोदित किया जाना है, लेकिन वे पहले ही व्यापक समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं।
संयुक्त राष्ट्र में क्या हो रहा : संयुक्त राष्ट्र महासभा में बुधवार को एक प्रस्ताव पर मतदान होगा, जिसमें मांग की जाएगी कि रूस तुरंत यूक्रेन के खिलाफ बल का प्रयोग बंद करे और देश से अपनी सेना वापस बुलाए। मंगलवार को 193 देशों की महासभा की बैठक हुई। संघर्ष पर 110 से अधिक सदस्य देश अपनी राय रखेंगे।(भाषा)