रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध अगर लंबा चलता है तो इसका असर कई चीजों पर पड़ सकता है। इससे भारत समेत दुनियाभर में स्मार्टफोन, कार और लैपटॉप समेत कई इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ सकती हैं।
खबरों के अनुसार, यूक्रेन पर हमले के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है। रूस के कमोडिटी एक्सपोर्ट में तांबा भी शामिल है। रूस और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव के कारण यह भी महंगा हो जाएगा।
तांबे का इस्तेमाल करके सेमीकंडक्टर (चिप) की मैनुफैक्चरिंग की जाती है, लेकिन इसकी कीमतें बढ़ने से चिप की शॉर्टेज और अधिक बढ़ जाएगी। माइक्रो-चिप की शॉर्टेज बड़ी समस्या रही है। अनुमान था कि ये दिक्कत 2022 में खत्म हो जाएगी, लेकिन अब इस युद्ध के बाद ऐसा संभव होता दिख नहीं रहा है।
अमेरिका ने जो रूस पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है उसमें ये भी कहा गया है कि माइक्रोचिप की सप्लाई को रूस से बंद कर दिया जाएगा। इसका इस्तेमाल मोबाइल फोन की मैनुफैक्चरिंग में किया जाता है। कुल मिलाकर रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने से भारत समेत कई देश प्रभावित होने वाले हैं।
हालांकि चिप बनाने वाली कंपनियां एक-दो हफ्ते तक इस दिक्कत रोक सकती हैं, लेकिन ज्यादा दिन होने पर इसका बड़ा असर देखने को मिलेगा।