क्रेमेनचुक। यूक्रेन के क्रेमेनचुक स्थित भीड़भाड़ वाले शॉपिंग मॉल पर रूस के मिसाइल हमले के एक दिन बाद भी तनाव व्याप्त है। सड़कों पर मलबा फैला है और धुआं अब भी लोगों की आंखों में चुभ रहा है। मॉल पर सोमवार को हुए इस हमले में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग अब भी लापता हैं। वहीं, कई अन्य लोग घायल भी हुए हैं।
क्रेमेनचुक में भीड़-भाड़ वाला मॉल रूस पर युद्ध अपराधों के आरोपों का एक नया उदाहरण बन गया है। इसमें शहर की खिलौनों की सबसे बड़ी दुकान थी।
रूस ने नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाए जाने से लगातार इनकार किया है, इसके बावजूद रूसी हमलों में शॉपिंग मॉल, रेलवे स्टेशन, सिनेमाघर, अस्पताल और इमारतों को निशाना बनाया गया है।
हमले के बाद मलबे से काले धुएं और धूल के गुबार के साथ नारंगी रंग की आग की लपटें उठीं। आग को बुझा दिया गया है, लेकिन इसके एक दिन बाद भी मलबे से गंध आ रही है। हवा में बजरी भर गई है, जिससे त्वचा और आंखों में जलन हो रही है। घटना के कई वीडियो सामने आए हैं, जिसमें से एक में वीडियो में एक व्यक्ति मां का आवाज देता नजर आ रहा है।
मॉल के एक कर्मचारी ओलेक्जेंडर ने बताया कि वह अपने एक सहकर्मी के साथ सिगरेट पीने बाहर गए थे, जब हवाई हमले को लेकर आगाह करने के लिए एक साइरन बजा। उन्होंने कहा कि मेरी आंखों के आगे दो मिनट के लिए अंधेरा छा गया। सबकुछ काला, धुएं से भरा था और आग लगी थी। मैंने उठने की कोशिश की और सूरज को देखा। मेरे मन में बस यही आया कि मुझे खुद को बचाना होगा। उन्होंने कहा कि हर तरफ आग लगी थी। मैं खुशकिस्मत था जो बच गया।
कतरीना रोमाशन्या बस मॉल पहुंची ही थीं कि विस्फोट हो गया और वह जमीन पर गिर गईं। विस्फोट के कारण उनके आसपास की खिड़कियां उड़ गईं थी। करीब 10-15 मिनट बाद एक अन्य विस्फोट हुआ था। मुझे लगा कि मुझे यहां से निकलना पड़ेगा। मैं बहुत डरी हुई थी। उन्होंने कहा कि एक असली राक्षस ही मॉल को तबाह कर सकता है। मेरे पास शब्द नहीं बचे हैं।
यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि मॉल पर सीधे हमले के अलावा, एक फैक्टरी को भी निशाना बनाया गया। हालांकि, फैक्टरी में हथियार होने के रूसी अधिकारियों के दावों को उन्होंने खारिज कर दिया। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र में रूस के उप राजदूत दिमित्री पोलांस्की ने सुरक्षा परिषद की एक बैठक में कहा कि रूस ने क्रेमेनचुक में मॉल को निशाना नहीं बनाया।
उन्होंने दावा किया कि रूस के सटीक हमला करने वाले हथियार क्रेमेनचुक रोड मशीनरी प्लांट पर जाकर गिरे, जहां अमेरिका तथा यूरोप से पूर्वी डोनबास में यूक्रेनी सैनिकों के लिए भेजे गए हथियार और गोला-बारूद रखे थे।