Tourism India : बारिश का मौसम समाप्त हो गया है और अब ठंड का मौसम प्रारंभ होगा। इसके पूर्व नवंबर की गुलाबी ठंड में आप यदि कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हमारी बताई 5 जगहों पर जरूर जाएं। एक और जहां रोमांच है वहीं दूसरी ओर रोमांटिक स्थल भी हैं। जंगल, पहाड़ और नदी सभी कुछ मिलेगा आपकी इन मार्गों पर।
1. लेह | leh ladakh : भारतीय राज्य लद्दाख का बहुत ही सुंदर क्षेत्र लेह ऊंचे ऊंचे पहाड़ों का क्षेत्र है। लेह पर्यटकों के लिए स्वर्ग है। यह धार्मिक व्यक्तियों के लिए आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र तथा खोजी व्यक्तियों के लिए अपार संभावना का केंद्र है। भारत, चीन तथा पाकिस्तान की सीमाओं की मिलन स्थली भी यहीं है। चारों ओर रेतीला भूरा पठार। हवा में अच्छी-खासी ठंडक। बौद्ध स्तूप और झील को देखा रोमांच भरा रहेगा।
2. गोवा | Goa : समुद्र के किनारे बसा गोवा बहुत ही रोमांटिक जगह है। हनीमून मनाने वालों को भी खूब आकर्षित करता है। यहां पर नवंबर माह से सैलानी आने शुरु हो जाते हैं। दिसंबर में यहां बहुत भीड़ रहती है। नवंबर से अप्रैल के बीच यहां जाया जा सकता है। यहां पर समुद्र के किनारे कई तरह की वॉटर एक्टिविटी रहत है। साउथ गोवा में दूधसागर झरना जरूर देखने जाएं।
3. दार्जिलिंग | Darjeeling : 'क्वीन ऑफ हिल्स' के नाम से मशहूर दार्जिलिंग हमेशा से एक बेहतरीन हनीमून डेस्टिनेशन रहा है। यह बहुत ही रोमांटिक स्थल है। दूर-दूर तक फैले हरी चाय के खेत मानो धरती पर हरी चादर बिछी हो। सिर्फ चाय बागान नहीं हैं बल्कि यहां की वादियां भी बेहद मनोहारी हैं। बर्फ से ढंके सुंदर पहाड़, देवदार के जंगल, प्राकृतिक सुंदरता, कलकल करते झरने सबका मन मोह लेते हैं।
4. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान | Kanha National Park : एशिया के सबसे सुरम्य और खूबसूरत वन्यजीव रिजर्वों में से एक है कान्हा राष्ट्रीय उद्यान। यहां पर हजारों पशु और पक्षियों का झुंड है। मंडला और जबलपुर शहर से सड़क मार्ग द्वारा 'कान्हा राष्ट्रीय उद्यान' तक पहुंचा जा सकता है। बारिश के मौसम में भी यहां पर घूमने की सरकार ने व्यवस्था की है। खटिया गेट से बफर जोन घूमने के लिए पर्यटकों को एंट्री टिकिट मिलेगी। यह जोन लगभग 35 वर्ग किमी का है और यहां अधिकांश वन्यप्राणी दिखाई पड़ते हैं। जबकि यह पार्क 1 जुलाई से 30 सितंबर तक के लिए बंद कर दिया जाता है। यहां जाने से पहले वर्तमान का स्टेटस जरूर देख लें।
5. कन्याकुमारी | kanya kumari : यहां पर तीन सागरों का संगम होता है। कन्याकुमारी में तीन समुद्रों-बंगाल की खाड़ी, अरब सागर और हिन्द महासागर का मिलन होता है। इस स्थान को त्रिवेणी संगम भी कहा जाता है। जहां समुद्र अपने विभिन्न रंगों से मनोरम छटा बिखेरते रहते हैं। समुद्र बीच पर रंग-बिरंगी रेत इसकी सुंदरता में चार चांद लगा रही थी। कन्याकुमारी अपने सूर्योदय के दृश्य के लिए काफी प्रसिद्ध है। सुबह हर होटल की छत पर पर्यटकों की भारी भीड़ सूरज की अगवानी के लिए जमा हो जाती है। शाम को सागर में डूबते सूरज को देखना भी यादगार होता है। उत्तर की ओर करीब 2-3 किलोमीटर दूर एक सनसेट प्वॉइंट भी है।