Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

बार-बार चरम सुख के लिए 'टेफीना'

Advertiesment
हमें फॉलो करें बार-बार चरम सुख के लिए 'टेफीना'
FILE
बाजार में एक ऐसी नई नेजल जेल आने वाली है, जिसके बारे में दावा किया जाता है कि इसको नाक में लगाने से महिलाओं को अधिकाधिक बार चरम सुख (ऑर्गेज्म) की अनुभूति होगी। कहा जा रहा है कि इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होगा। इस दवा का नाम 'टेफीना' है जो कि 'जितनी जरूरी हो उतनी उपयोग करो' जेल है। यह जेल उन महिलाओं के लिए बनाई गई है जोकि चरम सुख प्राप्त नहीं कर पाती हैं। परीक्षणों में यह बात भी सामने आई है कि यह सुरक्षित और प्रभावी है। जेल का विकास करने वालों का कहना है कि वे इस दवा को जल्द ही बाजार में लाने लगे हैं।

इस जेल का सफल परीक्षण होने के बाद यह नई फीमेल ऑर्गेज्म ड्रग बाजार में उपलब्ध होगी। 'टेफीना' नाम की इस जेल को सुरक्षित, प्रभावी पाया गया है। इस उत्पाद में सेक्स हॉरमोन टेस्टोस्टेरॉन है जिसके अभाव में महिलाओं को चरम सुख नहीं मिल पाता है। इस नई दवा का उत्पादन, ट्राइमेल फार्मास्य‍ुटिकल्स कॉरपोरेशन, करेगी जो कि इसे बाजार में लाने वाली है। परीक्षण के दौरान 253 महिलाओं पर प्रयोग किए गए और ये महिलाएं अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया की थीं। इनमें से प्रत्येक महिला को दवा की तीन विभिन्न खुराकें दी गईं या फिर एक प्रायोगिक औषधि।

 

क्या इसका कोई दुष्प्रभाव है... पढ़ें अगले पेज पर...


इन महिलाओं का 84 दिनों तक इलाज किया गया और शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि इससे पता चल सकेगा कि क्या इससे उनके चरम सुख की बारम्बारता बढ़ी है। साथ ही, इससे पता लगेगा कि इसका कोई दुष्प्रभाव है या नहीं। शोधकर्ताओं ने पता लगाया कि जिन्हें दवाई दी गई थी उन्हें परीक्षण के दौरान औसतन 2-3 बार चरम सुख का अनुभव हुआ और प्रायोगिक दवा को आजमाने वाली म‍‍‍ह‍िलाओं में यह आवृत्ति 1.7 बार थी। जेल का इस्तेमाल करने से कोई दुष्प्रभाव भी सामने नहीं आया।

टेफीना के दूसरे दौर में परीक्षण की प्रमुख अमेरिकी शोधकर्ता डॉ. शेरिल किंसबर्ग का कहना है कि पांच में से कम से कम एक महिला इस कमी की शिकायत करती है और ऐसी एक चौथाई महिलाएं तनाव का अनुभव करती हैं। डॉ. किंसबर्ग का कहना है कि वर्तमान समय में कोई ऐसा स्वीकृत इलाज का विकल्प नहीं है और उम्मीद की जाती है कि टेफीना इस कमी का इलाज कर सकती है।

डॉ. किंसवर्ग ओहायो के क्लीवलैंड में रिप्रोडक्टिव बायोलॉजी और साइकियाट्री की प्रोफेसर हैं। इस मामले पर ट्राइमेल के प्रेसिडेंट और सीईओ, टॉम रोसी का कहना है कि ये परिणाम टेफीना के विकास में महत्वपूर्ण उलब्धियां हैं जो कि यह प्रमाणित करती हैं कि टेफीना महिलाओं के इस विकार का खास विकल्प है।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

वन नाइट स्टैंड में साइज का महत्व है