पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ माह की अमावस्या को शनिदेवजी का जन्म हुआ था। अंग्रेजी माह के अनुसार इस बार शनि जयंती 10 जून 2021 गुरुवार को मनाई जाएगी। आओ जानते हैं शनिदेवजी की पूजा के समय कौन सा मंत्र पढ़ना या जपना चाहिए।
शनि जयंती 2021 जेष्ठ अमावस्या मुहूर्त :
अमावस्या तिथी आरंभ: 14:00:25 (9 जून 2021)
अमावस्या तिथी समाप्ती: 16:24:10 (10 जून 2021)
पूजा का शुभ मुहूर्त :
1. ब्रह्म मुहूर्त: 04:08 एम से 04:56 एम तक रहेगा।
2. अमृत काल - 08:08 एम से 09:56 एम तक रहेगा। इस समय में पूजा कर सकते हैं।
3. अभिजीत मुहूर्त:- 11:52 एम से 12:48 पीएम तक रहेगा। इस समय में पूजा कर सकते हैं।
शनिदेव पूजा के मंत्र :
1.गायत्री मंत्र :
ओम शनैश्चराय विदमहे सूर्यापुत्राय धीमहि।। तन्नो मंद: प्रचोदयात।।
या... ऊँ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः प्रचोद्यात्।
या... ऊं कृष्णांगाय विद्महे रविपुत्राय धीमहि तन्न: सौरि: प्रचोदयात।
2. एकाक्षरी मंत्र : मंत्र - ऊँ शं शनैश्चाराय नमः। सामान्य पूजा के दौरान इसी मंत्र को पढ़ना चाहिए।
3.शनिदेवजी का तांत्रिक मंत्र : ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः।
4.शनि देव महाराज के वैदिक मंत्र : ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये। शनयो रविस्र वन्तुनः।
5. शनिदेवजी का पौराणिक मंत्र :
श्री नीलान्जन समाभासं, रवि पुत्रं यमाग्रजम।
छाया मार्तण्ड सम्भूतं, तं नमामि शनैश्चरम।। सामान्य पूजा के दौरान इसी मंत्र को पढ़ना चाहिए।
6. अन्य मंत्र :
ॐ सूर्य पुत्राय नम:।
ॐ मन्दाय नम:।
ॐ हलृं श्री शनैश्चराय नम:।
ॐ एं हलृशं शनिदेवाय नम:।
ॐ श्रां श्रीं, श्रूं शनैश्चराय नम:।