मुंबई। शेयर बाजारों में छह कारोबारी सत्रों से चले आ रहे तेजी के सिलसिले पर बृहस्पतिवार को ब्रेक लगा। कमजोर वैश्विक रुख के बीच बैंकिंग शेयरों में बिकवाली से बाजार नीचे आ गया। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स दिन में 599 अंक ऊपर-नीचे होने के बाद अंत में 128.84 अंक या 0.38 प्रतिशत के नुकसान से 33,980.70 अंक पर बंद हुआ।
दिन में कारोबार के दौरान यह 34,310.14 अंक के उच्चस्तर तक गया। इसने 33,711.24 अंक का निचला स्तर भी छुआ। सेंसेक्स की कंपनियों में एशियन पेंट्स का शेयर सबसे अधिक पांच प्रतिशत के करीब टूट गया। बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक और कोटक बैंक के शेयर भी नीचे आए। वहीं दूसरी ओर टेक महिंद्रा, सनफार्मा, भारती एयरटेल और एचसीएल टेक के शेयर लाभ में रहे।
आनंद राठी के प्रमुख इक्विटी रिसर्च-फंडामेंटल नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि वैश्विक बाजारों के मिले-जुले रुख के बीच बाजार स्थिर खुला। उन्होंने कहा कि भारत में एक दिन में कोविड-19 के सबसे अधिक मामले आने के बाद बाजार
और कमजोर हुआ। ब्याज भुगतान पर रोक संबंधी मामलें पर सुनवाई के दौरान उच्चतम न्यायालय की टिप्पणी से वित्तीय कंपनियों के शेयरों में बिकवाली का सिलसिला चला।
उच्चतम न्यायालय ने ऋण की किस्त के भुगतान की अवधि में ब्याज माफ करने की अपील पर वित्त मंत्रालय का जवाब मांगा है। रिजर्व बैंक का कहना है कि ब्याज को जबरिया माफ करने से बैंकों की वित्तीय व्यवहार्यता प्रभावित होगी। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहे। वहीं चीन का शंघाई कम्पोजिट लाभ में रहा।
शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में चल रहे थे। अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 1.21 प्रतिशत टूटकर 39.31 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया 10 पैसे के नुकसान से 75.57 (अस्थायी) प्रति डॉलर रहा।
इस बीच, दुनियाभर में कोविड-19 के मामलों की संख्या 64.32 लाख हो गई है। इस महामारी से अब तक 3.85
लाख लोगों की जान जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 6,075 पर पहुंच गई है। यहां इसके संक्रमण के मामले 2,16,919 हो गए हैं।