Share market : भारतीय शेयर बाजार की दिशा इजराइल हमास युद्ध, अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय, तथा कंपनियों के तिमाही नतीजों से तय होगी। केरल में हुए धमाके का भी बाजार पर असर दिखाई दे सकता है।
विदेशी निवेशकों की गतिविधियां और वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें भी बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण रहेंगी। इस सप्ताह अडाणी ग्रीन एनर्जी, डीएलएफ, टीवीएस मोटर कंपनी, भारती एयरटेल, गेल, हीरो मोटोकॉर्प, टाटा स्टील, अडाणी एंटरप्राइजेज, टाटा मोटर्स और इंटरग्लोब एविएशन के तिमाही नतीजे आने हैं।
पिछले सप्ताह में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,614.82 अंक या 2.46 प्रतिशत नीचे आया। हालांकि शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों मानक सूचकांक एक प्रतिशत से अधिक चढ़ गए।
शेयर बाजार विशेषज्ञ सागर अग्रवाल ने बताया कि अगले हफ्ते भी बिकवाली का दौर जारी रहेगा। युद्ध बढ़ता जा रहा है। केरल में कन्वेंशन सेंटर पर हमले का असर होगा। फिलहाल बाजार पूरी तरह इंटरनेशनल एक्टिविटिज पर निर्भर है। FII लगातार बाजार से पैसा निकाल रहे हैं। रिलायंस, इंफोसिस जैसी कंपनियों के रिजल्ट अच्छे हैं। आने वाले समय में इसका बाजार पर सकारात्मक असर दिखाई दे सकता है।
बाजार विशेषज्ञ योगेश बागौरा भी मानते हैं कि हमास इजराइल युद्ध की वजह से आने वाले हफ्ते में बाजार दबाव में रहेगा। बिकवाली का दौर जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि 19500 के ऊपर निफ्टी बंद हुआ तो ही बाजार में कुछ तेजी की संभावना है।
10 कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.93 लाख करोड़ रुपए घटा : सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 1,93,181.15 करोड़ रुपए की गिरावट आई। शेयर बाजारों में कमजोर रुख के बीच सबसे अधिक नुकसान टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) को हुआ।
समीक्षाधीन सप्ताह में TCS का बाजार पूंजीकरण 52,580.57 करोड़ रुपए घटकर 12,25,983.46 करोड़ रुपए पर आ गया। एचडीएफसी बैंक की बाजार हैसियत 40,562.71 करोड़ रुपए घटकर 11,14,185.78 करोड़ रुपए रह गई। रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाजार मूल्यांकन में 22,935.65 करोड़ रुपए की गिरावट आई।
इन्फोसिस का मूल्यांकन 19,320.04 करोड़ रुपए घटकर 5,73,022.78 करोड़ रुपए रह गया। भारती एयरटेल की बाजार हैसियत 17,161.01 करोड़ रुपए के नुकसान के साथ 5,13,735.07 करोड़ रुपए रह गई। बजाज फाइनेंस का मूल्यांकन 15,759.95 करोड़ रुपए घटकर 4,54,814.95 करोड़ रुपए रह गया।