मुंबई। शेयर बाजारों में मंगलवार को लगातार 10वें दिन तेजी रही और बीएसई सेंसेक्स 261 अंक उछलकर नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। वित्तीय और आईटी कंपनियों के शेयरों में मजबूत लिवाली से बाजार में तेजी रही।कारोबारियों के अनुसार निरंतर विदेशी पूंजी प्रवाह से बाजार को समर्थन मिला। हालांकि रुपए की विनिमय दर में गिरावट से तेजी पर कुछ अंकुश लगा।
कारोबार की शुरुआत में नकारात्मक रुख रहने के बावजूद 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स शुरुआती गिरावट से उबरते हुए अंत में 260.98 अंक यानी 0.54 प्रतिशत की चढ़कर 48,437.78 अंक नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 48,486.24 अंक के उच्च स्तर तक गया। सेंसेक्स 7 कारोबारी सत्रों में रिकॉर्ड स्तर पर रहा है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 66.60 अंक यानी 0.47 प्रतिशत की तेजी के साथ 14,199.50 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 14,215.60 अंक तक चढ़ गया था।
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में सर्वाधिक लाभ में ऐक्सिस बैंक रहा। इसमें 6.31 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। इसके अलावा एचडीएफसी, इंडसइंड बैंक, टीसीएस, एशियन पेंट्स, टाइटन, एचसीएल टेक और आईसीआईसीआई बैंक लाभ में रहे। दूसरी तरफ जिन शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, उनमें ओएनजीसी, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं। इनमें 2.06 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीतिक मामलों के प्रमुख विनोद मोदी ने कहा कि मंगलवार को बाजार शुरुआती गिरावट से उबरते हुए मजबूत हुआ। मुख्य रूप से बैंक और आईटी कंपनियों की अगुवाई में यह तेजी आई।कोविड-19 मामलों में तेजी से सुधार के साथ जल्दी ही टीकाकरण शुरू होने तथा बेहतर आर्थिक आंकड़ों से बाजार पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
उन्होंने कहा कि टीसीएस के तीसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम से पहले आईटी कंपनियों के शेयरों में लिवाली देखी गई। दिसंबर 2020 का प्रमुख आर्थिक आंकड़ा उत्साहजनक रहा है। इसके साथ टीकाकरण के जल्द शुरू होने की उम्मीद से भी निवेशकों में भरोसा बढ़ा है इसलिए घरेलू इक्विटी बाजारों में लिवाली बनी रह सकती है।
एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई कंपोजिट, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग के हैंगसेंग में तेजी रही जबकि जापान का निक्की नुकसान में रहा। शुरुआती कारोबार में एशिया के अन्य बाजारों में मिला-जुला रुख रहा। इस बीच वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.69 प्रतिशत मजबूत होकर 51.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, वहीं अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 15 पैसे टूटकर 73.17 पर बंद हुआ। (भाषा)