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शिवरात्रि में यदि कर रहे रात्रि के 4 प्रहर की पूजा तो जानें फायदे

महाशिवरात्रि 2024 : 4 प्रहर की पूजा का समय और हर प्रकार के फायदे

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WD Feature Desk

Mahashivratri Vrat Puja 2024 : महाशिवरात्रि 2024 फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 08 मार्च 2024 को रात्रि 09:57 बजे प्रारंभ होकर 09 मार्च 2024 को 06:17 बजे समाप्त होगी। रात्रि को 12:07 से 12:56 के बीच निशीथ काल में पूजा का खास मुहूर्त है। आओ जानते हैं रात्र के चारों प्रहर की पूजा का समय, मंत्र और हर प्रहर की पूजा के फायदे। 
 
प्रथम प्रहर 
शाम 06:25 से रात्रि 09:28 के बीच।
मंत्र : 'ॐ ह्रीं ईशानाय नम:'
उपाय : शिवलिंग को दूध चढ़ाएं 
फल : इससे कर्ज से छुटकारा मिलता है.
 
द्वितीय प्रहर 
रात्रि 09:28 से 12:31 के बीच (09 मार्च)।
मंत्र : 'ॐ ह्रीं अघोराय नम:'
उपाय : शिवलिंग को दही चढ़ाएं 
फल : संतान सुख और वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है।  
 
तृतीय प्रहर 
रात्रि (09 मार्च) 12:31 से 03:34 के बीच।
मंत्र : 'ॐ ह्रीं वामदेवाय नम:'
उपाय : शिवलिंग को घी चढ़ाएं 
फल : धनलक्ष्मी आकर्षित होगी, नौकरी और कारोबार में तरक्की मिलेगी। 
 
चतुर्थ प्रहर 
तड़के (09 मार्च) 03:34 से 06:37 के बीच।
मंत्र : 'ॐ ह्रीं सद्योजाताय नमः:
उपाय : शिवलिंग को शहद चढ़ाएं
फल : अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है। 
 
महाशिवरात्रि पर चार प्रहर की पूजा में इस प्रकार अलग-अलग चीजों से पंचामृत या रुद्राभिषेक अभिषेक किया जाता है और अलग-अलग मंत्र बोले जाते हैं। इनका अलग-अलग फल मिलता है। 

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