Maha Shivratri 2022: श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि और फाल्गुन मास की कृष्ण चतुर्दशी पर पड़ने वाली शिवरात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है, जिसे बड़े ही हषोर्ल्लास और भक्ति के साथ मनाया जाता है। 1 मार्च 2022 को है महाशिवरात्रि का महापर्व। महाशिवरात्रि पर इस बार उज्जैन के महाकाल मंदिर और शहर में अनूठा ही माहौल होगा। बताया जा रहा है कि 5 हजार शिवभक्त 11 लाख दीपकों से शहर को जगमगाएंगे। शहर के मंत्री, विधायक, सांसद समेत अफसरों ने लोगों से अपील की है कि महाशिवरात्रि पर घरों और प्रतिष्ठानों में दीपक जरूर लगाएं।
इस महा आयोजन को सफल बनाने के लिए सोमवार को बृहस्पति भवन में समाज के विभिन्न संगठन के प्रतिनिधियों शहर के जनप्रतिनिधियों ने रूपरेखा बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक में यह तय हुआ कि इस वर्ष महाशिवरात्रि का पर्व बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा। इस बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव, विधायक पारस जैन सहित कलेक्टर आशीष सिंह भी मौजूद थे। आशीष सिंह ने लोगों से शाम को दीपक लगाने के बाद घरों की लाइट बंद की अपील की है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि दीपोत्सव आयोजन करने के लिए पांच सदस्यीय कोर कमेटी का गठन किया जाएगा। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए करीब 5 हजार कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस अवसर पर नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता, यूडीए सीईओ एसएस रावत, स्मार्ट सिटी सीईओ आशीष पाठक, महाकालेश्वर प्रशासक गणेश धाकड़, महंत विनीत गिरी एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की इच्छा है कि इस बार महाशिवरात्रि पर उज्जैन में 'दीपोत्सव 2022' का आयोजन किया जाए। इसी के मद्देनजर शहर में एक साथ 11 लाख दीपकों को विभिन्न स्थानों पर जलाया जाएगा। यह कार्य विभिन्न संकठनों द्वारा किया जाएगा। बताया जा रहा है कि इसमें तकरीबन 20 लाख का खर्चा आएगा। महाकाल मंदिर को भी दीपों से सजाया जाएगा। महाशिवरात्रि पर प्रतिवर्ष इस मंदिर में बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए लगभग 5 लाख से भी ज्यादा शिवभक्त आते हैं।