6 अक्टूबर 2021 बुधवार को सर्वपितृ अमावस्या पर 11 साल बाद गजछाया योग ( Gajachhaya Yog ) बना रहा है। इस अवसर पर श्राद्ध कर्म करना बहुत ही शुभ माना गया है। आओ जानते हैं कि इस योग में पितृ श्राद्ध कर्म करने से कौनसे से 5 फायदे होंगे।
1. हिन्दू शास्त्रों के अनुसार गजछाया योग ( Gajachchhaya Yoga ) में तर्पण, पिंडदान, पंचबलि कर्म, ब्राह्मण भोज, दान दक्षिणा और खीर का दान करने से पितृ प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं।
2. गजछाया योग में श्राद्ध कर्म करने और दान देने से अगले 12 वर्षों तक के लिए पितरों की क्षुधा शांत हो जाती है।
3. गजछाया योग में श्राद्ध कर्म में तर्पण और पिंडदान करने से ऋण या कर्ज से छुटकारा मिलता है।
4. गजछाया योग में श्राद्ध कर्म करने से घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
5. गजछाया योग में विधिवत रूप से श्राद्ध करने से वंशवृद्धि होती है।