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Sawan Rudrabhishek 2024: ऐसे करेंगें रुद्राभिषेक तो मिलेगा पूजा का पूरा लाभ। जानिए सावन में रुद्राभिषेक की विधि और ज़रूरी पूजन सामग्री

सावन में भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए इस विधी से करना चाहिए रुद्राभिषेक

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WD Feature Desk

, बुधवार, 17 जुलाई 2024 (12:40 IST)
Sawan Rudrabhishek 2024: शिव जी का प्रिय महीना सावन 22 जुलाई 2024 से शुरू हो रहा है। सावन में रुद्राभिषेक भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सबसे उत्तम माना जाता है। रुद्राभिषेक एक पूजा और धार्मिक कृत्य है, जो भगवान शिव के भक्तों द्वारा किया जाता है।

रुद्राभिषेक में मंत्रोच्चार के साथ शिवलिंग पर जल, पंचामृत, धूप, दीप और बिल्वपत्र चढ़ाए जाते हैं। रुद्राभिषेक करने से भगवान शिव की कृपा और आशीर्वाद प्राप्त होता है। आज इस आलेख में हम आपको बता रहे हैं रुद्राभिषेक का महत्व और इसकी विधी।ALSO READ: Sawan Somwar 2024: सावन माह में किस तारीख को रखा जायेगा सोमवार व्रत, जानिए तिथि मुहूर्त और पूजा का महत्व

क्या होता है रुद्राभिषेक
रुद्राभिषेक दो शब्दों रुद्र और अभिषेक से मिलकर बना है। भगवान शिव को रुद्र भी कहा जाता है। अभिषेक का अर्थ है स्नान कराना। इस तरह रुद्राभिषेक का अर्थ है भगवान शिव का अभिषेक करना। इसीलिए शिव पूजा में रुद्राभिषेक जरूर किया जाता है। इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।ALSO READ: Sawan Rudrabhishek 2024: ऐसे करेंगें रुद्राभिषेक तो मिलेगा पूजा का पूरा लाभ। जानिए सावन में रुद्राभिषेक की विधि और ज़रूरी पूजन सामग्री

रुद्राभिषेक के लिए आवश्यक सामग्री
रुद्राभिषेक के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्रियों में मुख्य रूप से जल, दूध, घी, दही, शहद, सुगंध, धूप, दीप, पुष्प, बेलपत्र, शमी के फूल, रुद्राक्ष, माला, कुश आदि शामिल हैं।

रुद्राभिषेक कब करन चाहिए
कहा जाता है कि शिवरात्रि, प्रदोष और सावन सोमवार के दौरान भगवान शिव सभी शिवलिंगों में विराजमान रहते हैं। ऐसे में यह समय रुद्राभिषेक के लिए सबसे अच्छा है।

रुद्राभिषेक के प्रकार
  • झगड़े दूर करने के लिए दही से रुद्राभिषेक करना चाहिए।
  • अच्छे स्वास्थ्य के लिए भांग से रुद्राभिषेक करना चाहिए।
  • वंश वृद्धि के लिए घी की धारा से रुद्राभिषेक करना चाहिए।
  • ग्रह दोष दूर करने के लिए गंगाजल से रुद्राभिषेक करना चाहिए।
  • धन प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक करना चाहिए।
  • घर में सुख-शांति के लिए दूध से रुद्राभिषेक करना चाहिए।
  • शिक्षा में सफलता के लिए शहद से रुद्राभिषेक करना चाहिए।
  • शत्रुओं को परास्त करने के लिए भस्म से रुद्राभिषेक करना चाहिए।ALSO READ: Sawan Somvar 2024: सावन में कौन-से 5 पौधों को लगाने से प्रसन्‍न होते हैं महादेव, जानिए क्या है धार्मिक महत्व
 
रुद्राभिषेक विधि (Rudrabhishek Vidhi)
  • रुद्राभिषेक की विधी आरम्भ करने से पहले भगवान गणेश, देवी पार्वती, ब्रह्मदेव, देवी लक्ष्मी, नवग्रह, माता पृथ्वी, अग्नि देव, सूर्य देव और मां गंगा का ध्यान कर उनकी पूजा करें।
  • इसके बाद रुद्राभिषेक प्रारंभ करें। रुद्राभिषेक करने वालों का मुख पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए और शिवलिंग को उत्तर दिशा में रखें।
  • इसके बाद श्रृंगी में गंगाजल डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं और ॐ नमः शिवाय मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, शिव तांडव स्तोत्र का जाप करें।
  • अंत में पूरे परिवार के साथ भगवान शिव की आरती करें।
  • आरती के बाद अभिषेक के जल को पूरे घर में छिड़कें।
  • पूरे घर में रुद्राभिषेक का जल छिड़कने से बीमारियों से मुक्ति मिलती है।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
 

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