श्रावण मास आरंभ हो गया है...आइए जानते हैं इस महीने भगवान भोलेनाथ को कैसे करें प्रसन्न....सरल उपायों से खूब मिलेगा यश,धन और सफलता....प्रेम,शांति और समृद्धि....
सावन में रोज 21 बेलपत्रों पर चंदन से 'ऊं नम: शिवाय' लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं
सावन में रोज शिवलिंग पर केसर मिला दूध चढ़ाएं। इससे विवाह की बाधाएं दूर हो जाएंगी।
घर में नकारात्मक शक्तियों से बचने के लिए सावन में रोज सुबह घर में गंगाजल का छिड़काव करें और धूप जलाएं।
सावन में गरीबों को भोजन कराने से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं। इससे घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती और साथ ही पितरों को भी शांति मिलती है।
सावन में रोज सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निपट कर मंदिर या फिर घर में ही भगवान शिव का जलाभिषेक करें। इसके साथ ही 'ऊं नम: शिवाय' मंत्र का जाप करें।
आमदनी बढ़ाने के लिए सावन के महीने में किसी भी दिन घर में पारद शिवलिंग की स्थापना करें और उसकी यथा विधि पूजन करें। इस दौरान इस मंत्र का 108 बार जाप करें। 'ऐं ह्रीं श्रीं ऊं नम: शिवाय: श्रीं ह्रीं ऐं'
प्रत्येक मंत्र के साथ बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ाएं। बिल्वपत्र के तीनों दलों पर लाल चंदन से क्रमश: ऐं, ह्री, श्रीं लिखें। अंतिम 108 वां बेलपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद निकाल लें और इसे घर के पूजन स्थान पर रखकर प्रतिदिन पूजा करें।
सावन में गेहूं के आटे से 11 शिवलिंग बनाएं और प्रत्येक शिवलिंग का शिव महिम्न स्त्रोत से 11 बार जलाभिषेक करें।
सावन के सोमवार को पानी में दूध व काले तिल डालकर शिवलिंग का अभिषेक करने से बीमारियां दूर होती हैं। अभिषेक के लिए तांबे के बर्तन को छोड़कर किसी भी धातु का उपयोग किया जा सकता है।
सावन में किसी नदी या तालाब में जाकर आटे की गोलियां मछलियों को खिलाएं और साथ ही साथ मन में भगवान शिव का ध्यान करें इससे आपको मनचाहे फल की प्राप्ति होगी।