सावन शिवरात्रि पर करें ये अचूक उपाय, अड़चन होगी दूर, खुल जाएंगे विवाह के द्वार
, सोमवार, 21 जुलाई 2025 (18:55 IST)
Sawan Shivratri Remedies: जीवन में विवाह एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जिसकी कामना हर व्यक्ति करता है। लेकिन कई बार, लाख कोशिशों के बाद भी, शादी-विवाह में अड़चनें आने लगती हैं। ग्रहों की प्रतिकूल दशा, कुंडली दोष या अन्य अज्ञात कारणों से विवाह में विलंब होता है, जिससे मन में निराशा और चिंता घर कर जाती है। ऐसे में, सनातन धर्म में कुछ ऐसे पवित्र उपाय बताए गए हैं, जो विशेष रूप से भगवान शिव को समर्पित सावन के महीने में, खासकर सावन शिवरात्रि के पावन अवसर पर करने से शीघ्र विवाह के मार्ग खुल जाते हैं। इस साल 23 जुलाई को सावन शिवरात्रि है, जो विवाह के इच्छुक जातकों के लिए एक सुनहरा अवसर है।
क्यों है सावन शिवरात्रि इतनी महत्वपूर्ण?
सावन का महीना भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन का प्रतीक है। मान्यता है कि इसी माह में माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। सावन शिवरात्रि, जो सावन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को आती है, भगवान शिव और शक्ति के मिलन का विशेष दिन है। इस दिन की गई पूजा-अर्चना का फल कई गुना अधिक मिलता है और अविवाहितों के लिए विवाह के योग प्रबल होते हैं।
विवाह की अड़चनें दूर करने के अचूक उपाय:
ऐसे जातक, जिनकी शादी-विवाह में समस्या आ रही हो, वे सावन शिवरात्रि के दिन पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
षोडशोपचार विधि से पूजा-अर्चना:
सावन शिवरात्रि के दिन भगवान भोलेनाथ का षोडशोपचार विधि से पूजा-अर्चना करें। इसमें भगवान शिव को 16 प्रकार की सामग्री अर्पित की जाती है, जैसे जल, दूध, दही, घी, शहद, शक्कर, इत्र, चंदन, फूल, बेलपत्र, धतूरा, भांग, फल, मिठाई, वस्त्र और जनेऊ। यह पूजा अत्यंत फलदायी मानी जाती है और भगवान शिव को प्रसन्न करती है।
दूध में हल्दी मिलाकर शिवलिंग पर अभिषेक:
विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए, सावन शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर दूध में थोड़ी हल्दी मिलाकर अभिषेक करें। हल्दी को शुभता और बृहस्पति ग्रह से जोड़ा जाता है, जो विवाह का कारक ग्रह है। इस अभिषेक से बृहस्पति मजबूत होता है और विवाह के योग बनते हैं। अभिषेक करते समय 'ॐ नमः शिवाय' या 'ॐ गौरी शंकराय नमः' मंत्र का जाप करते रहें।
माता पार्वती को श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें:
भगवान शिव के साथ-साथ माता पार्वती की पूजा का भी विशेष महत्व है, क्योंकि वे वैवाहिक सुख की देवी हैं। सावन शिवरात्रि के दिन माता पार्वती को श्रृंगार की वस्तुएं जैसे लाल साड़ी, चूड़ियां, सिंदूर, बिंदी, कुमकुम, मेहंदी, गजरा आदि श्रद्धापूर्वक अर्पित करें। यह उपाय शीघ्र विवाह और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए अत्यंत प्रभावी माना जाता है।
गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करें:
यदि विवाह में अत्यधिक विलंब हो रहा है, तो किसी योग्य ज्योतिषी की सलाह पर सावन शिवरात्रि के दिन गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करें। यह रुद्राक्ष शिव और पार्वती का संयुक्त रूप माना जाता है और वैवाहिक जीवन की बाधाओं को दूर करने में सहायक होता है।
'ॐ ह्रीं गौर्यै नमः' मंत्र का जाप:
पूजा के दौरान और उसके बाद भी, "ॐ ह्रीं गौर्यै नमः" मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। यह मंत्र माता पार्वती को प्रसन्न करने और विवाह संबंधी बाधाओं को दूर करने के लिए अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है।
गरीबों को भोजन और वस्त्र दान करें:
सावन शिवरात्रि के दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और वस्त्र दान करना भी शुभ माना जाता है। दान-पुण्य से ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम होते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
सावन शिवरात्रि का दिन भगवान शिव और माता पार्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने का एक अनुपम अवसर है। यदि आपके विवाह में भी अड़चनें आ रही हैं, तो इन उपायों को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ अपनाएं। महादेव और माता पार्वती की कृपा से आपके जीवन में शीघ्र ही शुभ विवाह के योग बनेंगे और आपको एक सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद प्राप्त होगा। याद रखें, सच्ची भक्ति और सकारात्मकता ही हर समस्या का समाधान है।
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