25 जुलाई 2021 रविवार से श्रावण मास प्रारंभ होने वाला है और सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को रहेगा। श्रावण मास में शिवजी और माता पार्तती की पूजा का महत्व रहता है। पूजा सामग्री कई प्रकार की रहती है परंतु शिवजी को कुछ विशेष प्रकार के फूल ही चढ़ाए जाते हैं। आओ जानते हैं कि भगवान शिव की पूजा में रखना चाहिए कौनसी सावधानियां।
ये अर्पित ना करें :
1. शिवजी को केतकी और केवड़े का फूल नहीं चढ़ाया जाता है।
2. उन्हें तुलसीदल का पत्ता भी नहीं चढ़ाया जाता है।
3. शिवजी को नारियल नहीं चढ़ाया जाता है।
4. शिवजी को हल्दी भी नहीं चढ़ाई जाती है।
5. उन्हें कुककुम और रोली भी नहीं लगाई जाती है।
6. उन्हें खंडित अक्षत नहीं चढ़ाए जाते हैं।
7. शिवपूजा में सिंदूर भी नहीं चढ़ाया जाता है।
8. शिवपूजा में तिल का प्रयोग भी नहीं करते हैं।
ये कार्य ना करें :
1. शिवजी की पूजा के दौरान शंख नहीं बजाया जाता है।
2. शिवलिंग की जलाधारी को लांघा नहीं जाता है।
3. शिवलिंग की पूरी परिक्रमा नहीं की जाती है।
4. काले रंग के कपड़े पहनकर उनकी पूजा नहीं की जाती है।
5. किसी भी प्रकार का नशा करने उनकी पूजा करना अपराध है।
6. मांस, मटन या मच्छी खाकर भी उनकी पूजा करना निशेध है।