How to Please Lord Shiva in Sawan: सावन/ श्रावण मास भगवान शिव को समर्पित सबसे पावन महीनों में से एक है। इस माह में भक्तजन व्रत, उपवास, रुद्राभिषेक, और विशेष भोग/ प्रसाद अर्पित करके भोलेनाथ को प्रसन्न करते हैं। शिवजी को रिझाने के लिए भोग अर्पण करते समय सात्विकता, पवित्रता और श्रद्धा अत्यंत आवश्यक होती है।
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यहां प्रस्तुत हैं सावन में शिवजी को अर्पित किए जाने वाले प्रमुख भोग:
1. भस्म (भभूती) : शिवजी को भस्म अत्यंत प्रिय है। इसे अभिषेक या तिलक के रूप में अर्पित किया जाता है।
2. बिल्वपत्र (बेलपत्र) : बेलपत्र शिव जी को अत्यंत प्रिय है। त्रिपत्र (3 पत्तियों वाला) बेलपत्र पर 'ॐ नमः शिवाय' लिखकर चढ़ाना श्रेष्ठ माना जाता है।
3. दूध और दही : दूध और दही से अभिषेक करने से शिव कृपा मिलती है। यह शुद्ध सात्विक भोग के रूप में अर्पित होता है।
4. घी और शहद : पंचामृत का हिस्सा, इनसे शिवलिंग पर अभिषेक करने से मानसिक और शारीरिक रोग दूर होते हैं।
6. भांग और धतूरा : शिवजी को भांग और धतूरा अत्यंत प्रिय है। सावन में शिवलिंग पर इन्हें अर्पित करने से विशेष पुण्य फल प्राप्त होता है।
ध्यान दें: ये केवल अर्पण हेतु हैं, सेवन नहीं करना चाहिए।
7. सात्विक मिठाइयां : गुड़, तिल, रबड़ी, घेवर, और सौंठ से बनी मिठाइयां भोलेनाथ को अर्पित की जा सकती हैं।
8. फल : नारियल, केला, बेर, सेव और मौसमी फलों को चढ़ाया जा सकता है।
9. आक/ मदार के फूल : आक का फूल और पत्ता शिव पूजन में विशेष होता है। इन्हें सावधानी से चढ़ाना चाहिए।
10. काले तिल : काले तिल से बना प्रसाद/ तिल लड्डू आदि या काले तिल का जल में मिश्रण करके अभिषेक भी किया जाता है।
विशेष ध्यान देने योग्य बातें:
• शिवलिंग पर तुलसी, केतकी के फूल, और चंपा नहीं चढ़ाने चाहिए, ये वर्जित माने गए हैं।
• प्रसाद चढ़ाते समय स्वच्छता, श्रद्धा और सात्विकता बनाए रखें।
• भोग चढ़ाकर 'ॐ नमः शिवाय' का जाप अवश्य करें।
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